जर्जर सडक़े पुल, पुलियो की मरम्मत तक नही हो रही.. और .. सीएम दावा कर रहे हर जिले मे हवाई पट्टी बनाने का ..!

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बालाघाट (पद्मेश न्यूज़)। हाल ही में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के हर जिले में हवाई पट्टी बनाने का ऐलान किया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में हवाई पट्टी बनाकर छोटे शहरों को हवाई सेवा से जोड़ा जाएगा उधर प्रदेश के मुख्य प्रत्येक जिले में हवाई पट्टी बनाकर लोगों को हवाई सेवा का लाभ दिए जाने का दावा कर रहे हैं तो इधर वर्षों पूर्व बनाई गई सडक़ें और पुल पुलिया की अब तक मरमत तक नहीं की गई है ।कई गांव ऐसे हैं जो सडक़ पुल पुलिया ना होने के चलते मुख्य मार्गों से आज तक नहीं जुड़ पाए हैं तो कई मार्ग और पुल पुलिया की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है जहां बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने से राहगीर अक्सर सडक़ दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं जिसकी आज तक ना तो मरम्मत की गई है और ना ही उसका जीणोद्धार किया गया है। ताजा मामला जिला मुख्यालय से लगभग 52 किमी. दूर सहकी नाला का है जहा पर बनाया गया पुलिया पिछले 1 वर्ष से क्षतिग्रस्त है जहां पुलिया पर बड़ा गड्ढा हो चुका है जिसका जीर्णोद्धार करना तो दूर की बात अब तक शासन शासन व जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने इस पुलिया की मरम्मत तक नहीं करवाई है। चांगोटोला से महज 6 किलोमीटर दूर प्रतापपुर पंचायत के अंतर्गत आने वाला पीडब्ल्यूडी का यह नाला इन दिनों सडक़ दुर्घटनाओं का केंद्र बन चुका है जहां आए दिन सडक़ हादसे होते रहते हैं इसकी तुरन्त मरम्मत कराने, या फिर पुलिया का पुन: जीर्णोद्धार किए जाने की मांग ग्रामीणों द्वारा की गई है। वही मांग पूरी ना होने पर आसपास के समस्त गांव के ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिया की मांग को लेकर आवाज बुलंद किए जाने की चेतावनी दी है।
10-12 गांव के लोग हो रहे प्रभावित
ग्रामीणों के अनुसार सहकी नाला पर बनी पुलिया क्षतिग्रस्त होने से आसपास के 10 से 12 गांव के लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इस मार्ग से केवल ग्रामीण ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि लोग भी आते जाते रहते हैं बावजूद इसके भी आज तक किसी ने इस पुलिया के जीर्णोद्धार के लिए आवाज नहीं उठाई है पुलिया में बड़ा गड्ढा हो जाने के चलते रात्रि के समय ग्रामीणों को आवाजाही करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।वहीं रात्रि में आवागमन करने पर अक्सर लोग दुर्घटना के शिकार होकर घायल हो जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत चांगोटोला, प्रतापपुर ,घुनाडी पिंडकेपार,मुरझर,बुढय़िा गांव, नगरवाड़ा, चमरवाही सहित 10 से 12 गांव के लोग इसी मार्ग से आते जाते हैं जिन्हें इस मार्ग से आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिया क्षतिग्रस्त का अब तक नहीं लगाया गया साइन बोर्ड
अक्सर देखने में आता है कि कोई सडक़, पुल या पुलिया क्षतिग्रस्त होने पर संबंधित विभाग द्वारा एक साइन बोर्ड लगाया जाता है जिसमें स्पष्ट उल्लेख किया जाता है कि वाहन धीरे चलाएं सडक़ पुल या पुलिया क्षतिग्रस्त है। लेकिन यहां मामला उल्टा है यहां सहकी नाला पर बनाई गई पुलिया पिछले 1 वर्षों से क्षतिग्रस्त है जिसकी मरम्मत करान या पुलिया का जीर्णोद्धार कराना तो दूर की बात अब तक संबंधित विभाग द्वारा पुलिया क्षतिग्रस्त होने की जानकारी देने के लिए साइन बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। जिसके चलते इस पुलिया से आवागमन करने वाले लोग अक्सर दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं बताया जा रहा है कि इस पुलिया से महज 100 मीटर की दूरी पर पूर्व वनसभापति श्रीमती मालती मस्कोले का भी निवास है वही जनपद सदस्यों से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि भी इसी मार्ग से अक्सर आते जाते रहते हैं बावजूद इसके भी अब तक किसी ने इस मार्ग पर ध्यान नहीं दिया है जिसका खामियाजा आस-पास के गांवो में रहने वाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
आए दिन हो रहे सडक़ हादसे-साकेत दुबे
इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान राहगीर साकेत दुबे ने बताया कि पुलिया क्षतिग्रस्त होने के चलते इस मार्ग से आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है रात के समय पुलिया पर बना गड्ढा दिखता ही नहीं जिससे कई लोग गड्ढे में गिर जाते हैं अब तक कई राहगीरों के हाथ पैर तक टूट चुके हैं उन्होंने बताया कि इस मार्ग से करीब 10-12 गांव के लोग आवागमन करते हैं वही क्षतिग्रस्त पुलिया से महज 100 मीटर की दूरी पर पूर्व वन सभापति का भी घर है उसके बावजूद भी इस पुलिया की मरम्मत या इसके जीर्णोद्धार पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है हमारी मांग है कि इस पुलिया का जल्द से जल्द निर्माण कराना चाहिए।
तो आसपास के ग्रामीणों के साथ मिलकर आवाज बुलंद की जाएगी-प्रखर बिसेन
वहीं मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान घुनाडी निवासी राहगीर प्रखर बिसेन ने बताया कि यह पुलिया चार से पांच पंचायत को जोड़ता है और इसी पुलिया से 10 से 12 गांव के लोग आवागमन करते हैं जिसके जीणोद्धार को लेकर समस्त ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत अध्यक्ष, वन सभा पति, समस्त सरपंच सचिव सहित अन्य अधिकारियों कर्मचारियों को जानकारी देकर इस पुलिया की मरम्मत व जीर्णोद्धार की मांग की गई है बावजूद इसके भी ग्रामीणों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है सबसे ज्यादा दिक्कत बारिश के दिनों में हो रही है जहां आवागमन करना भी मुश्किल हो गया है वहीं रात्रि में अक्सर सडक़ दुर्घटनाएं होती रहती हैं इन सबके बावजूद भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है हमारी मांग है कि इस पुलिया की अच्छे से मरम्मत करनी चाहिए या फिर पुलिया का पुन: जीर्णोद्धार किया जाना चाहिए ताकि ग्रामीणों व अन्य राहगीरों को आवागमन करने में कोई परेशानी ना हो यदि हमारी यह मांग पूरी नहीं होती तो हर पंचायत और हर गांव में जाकर सभी ग्रामीणों को जागरूक कर इसके खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी।

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