जिओ सिम केवाईसी के नाम पर की गई ऑनलाइन धोखाधड़ी

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यदि जनता को प्रौद्योगिकी के फायदे मिले हैं तो उसका नुकसान भी उन्हें उठाना पड़ रहा है इसमें ऑनलाइन ठगी भी शामिल है।तकनीकी संचार के इस युग में आज ज्यादातर कार्य ऑनलाइन हो गए हैं इसीलिए लोग मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग का अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं संचार के इस युग में हर कोई अपने कार्य को आसानी और कम समय में करना चाहता है इसलिए लोग पैसों के लेनदेन से लेकर खरीदारी भी ऑनलाइन करने लगे हैं जैसे-जैसे संचार के साधन बढ़ रहे हैं उसी गति से साइबर अपराध का ग्राफ भी बढ़ने लगा है।ऑनलाइन ठगी के लगातार बढ़ते जा रहे इन्हीं मामलों के बीच इन दिनों जिले में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जहां अपराधी प्रवृत्ति के लोग नए नए तरीके से ऑनलाइन ठगी कर लोगों के बैंक खाते में जमा रकम को पार कर रहे हैं वहीं कई तरह की टेक्नोलॉजी होने के बाद भी पुलिस ऑनलाइन ठगी के इस गुत्थी को सुलझाने में अक्सर नाकाम नजर आती है। लगातार बढ़ते जा रहे साइबर अपराध के इन्हीं मामले के बीच सिम केवाईसी के नाम पर बालाघाट वार्ड नंबर 21 निवासी एक व्यक्ति के बैंक खाते से 40,206 रु की ऑनलाइन ठगी किए जाने का एक ताजा मामला सामने आया है। जिसमें 57 वर्षीय फरियादी संजय पिता मेघराज बिसेन की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है ।

जिओ कस्टमर केयर ऑफिसर बनकर उड़ाई रकम
बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर 21 निवासी 57 वर्षीय प्रार्थी संजय पिता मेघराज बिसेन का यूको बैंक शाखा में अकाउंट है। 28 मार्च को उनकी सिम अचानक बंद हो गई थी जिसे चालू कराने के लिए कस्टमर केयर में फोन करने के थोड़ी देर बाद सिम चालू हो गई थी। जिसके 1 दिन बाद 29 मार्च की दोपहर करीब 3:30 बजे उनके मोबाइल नंबर पर किसी व्यक्ति का फोन आया जिसने अपना परिचय जिओ कस्टमर केयर कर्मचारी के रूप में दिया और बोला कि आपकी सिम बीएसएनल से जिओ में पोर्ट हुई है आपको अपनी जियो सिम की केवाईसी अपडेट कराना है। उसके लिए आप गूगल प्ले स्टोर में जाकर एनीडेक्स एप्लीकेशन डाउनलोड कर ले। जिस पर संजय बिसेन ने वह एप्लीकेशन डाउनलोड कर ली। फिर उस एप्लीकेशन में कुछ नंबर डालने को कहा गया वही केवाईसी अपडेट करने के 10 ऑनलाइन जमा करने को कहा गया जिस पर संजय बिसेन ने फोन पे नंबर पर 10 रु केवाईसी के लिए दिए । जिसके तुरंत बाद उनके खाते में 40,246 से रुपए बचे हुए थे. जिसके अगले ही दिन 30 मार्च को थोड़ी देर के लिए उनकी सिम फिर से बंद हो गई, पेमेंट करने के बाद भी सिम पुन: बंद होने पर उन्हें शंका हुई और उन्होंने अपने खाते का बैलेंस चेक किया जिसमें मात्र 39 रु बचे थे । जिसपर संजय बिसेन में यूको बैंक जाकर खाते का एस्टीमेट मांगा जिस पर पता चला कि उनके खाते से 40,206 की राशि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी कर एचडीएफसी बैंक के खाते में ट्रांसफर की गई है। जहां ठगी का शिकार होने की जानकारी लगने पर उन्होंने कोतवाली थाना साइबर सेल में लिखित शिकायत दर्ज करा कर उनके बैंक अकाउंट से ऑनलाइन काटी गई रकम वापस कराने और धोखाधड़ी करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा – गहलोत
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गहलोत ने बताया कि फरियादी संजय जितेन की मोबाइल सिम को बंद कर केवाईसी के नाम पर उनके बैंक खाते से 40,000 ऑनलाइन निकालने की एक शिकायत प्राप्त हुई है। जिसमें अज्ञात आरोपी ने पहले उनके मोबाइल की सिम बंद कराई, बाद में केवाईसी के नाम पर एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा और उसके अगले ही दिन उनके बैंक खाते से करीब 40,000 की रकम निकाल ली है जिसकी शिकायत मिलने पर कोतवाली पुलिस ने भा.द.स 1860 की धारा 419,420 सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की धारा 43,66, 66 सी और 66 बी सहित अन्य सम्बधित धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया गया है । शीघ्र ही आरोपी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

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