बालाघाट(पदमेश न्यूज़)
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा करने वाला जिला अस्पताल प्रबंधन लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा है। अस्पताल प्रबंधन के उदासीन रवैए से रोजाना निकलने वाले बायोवेस्ट का निस्तारण नहीं हो रहा है। उचित प्रबंध न होने से अस्पताल परिसर के पीछे इन दिनों बायो वेस्ट खुले में बिखरा हुआ है। जिसे उठवाने की जहमत भी प्रबंधन द्वारा नहीं की जा रही है। अस्पताल में बायो वेस्ट एकत्र होने से पूरे अस्पताल परिसर में दम घोंटू दुर्गंध फैल रही है। मरीजों व उनके परिजनों का यहां से निकलना मुश्किल हो रहा है।
कृपा वेस्टेज कम्पनी को मिला है ठेका
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला सिवनी की कृपा वेस्टेज कंपनी द्वारा जिला अस्पताल का बायोवेस्ट उठाया जाता है। लेकिन इस कंपनी को लंबे समय से कार्य का भुगतान भी नहीं किया गया है। ऐसे में कंपनी में बायोवेस्ट का उठाव बंद कर दिया है। पिछले कई दिनों से बायो वेस्टेज को अस्पताल के पीछे पीएम कक्ष के पास फेंका जा रहा है। जिसकी दुर्गंध से लोग काफी परेशान हैं।
तीनों कमरे फुल अब खुले में वेस्ट
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कक्ष के बाजू में बायो वेस्ट को रखने के लिए 3 कमरो का निर्माण कराया गया है। सभी कमरे बायोवेस्ट से पूरी तरह भर गए हैं। जहां पुराना पेमेंट बकाया होने के चलते ठेकेदार द्वारा बायोवेस्ट नहीं उठाया जा रहा है। बायोवेस्ट से कमरा पूरा भरा होने के कारण अब अस्पताल का बायो वेस्ट कमरे के बाहर खुले में फेंका जा रहा है। जहां-तहां बायोवेस्टे जलाने के साक्ष्य भी मिल रहे हैं। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।
नहीं है दूसरा विकल्प
बता दें कि जिला अस्पताल के पास कृपा वेस्टेज सिवनी के अलावा वेस्टेज उठाव के लिए कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है। यानी चाह कर भी किसी अन्य कंपनी को इसका ठेका नहीं दिया जा सकता। मार्च माह में एग्रीमेंट समाप्त होने के बाद नया एग्रीमेंट किया। लेकिन भुगतान पूर्ण रूप से नहीं किए जाने से कंपनी उठाव कार्य नहीं कर रही है।जिसका खामियाजा यहां मरीजों और उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है।
बाहरी परिसर पर नहीं ध्यान
बताया जा रहा है कि पिछले कईं दिनों से अस्पताल के पीछे बने कक्ष से ठेकेदार द्वारा बायोवेस्ट नहीं उठाया गया है। अस्पताल प्रबंधन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है। पूरा परिसर दुर्गंध से सराबोर हो गया है। संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है। अस्पताल प्रबंधन कमरों के अंदर की नियमित सफाई करवाता है। लेकिन बाहरी परिसर में किसी का ध्यान नहीं है।
दुर्गंध मार रहा बॉयोवेस्ट
जिला अस्पताल में शव घर के पास कचरे का ढेर पड़ा है। हैरानी की बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी भी स्थिति में बायो मेडिकल वेस्ट को खुले में न फेंकने के सख्त निर्देश हैं। वही निस्तारण के नियम भी तय किए गए हैं। इसके बावजूद अस्पताल में इसका पालन नहीं हो पा रहा है। बायोवेस्ट का उठाव ना होने से अस्पताल से निकलने वाला बायोवेस्ट दुर्गंध मार रहा है।जिससे अस्पताल में आमजन को काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है।
क्या कहता है नियम
स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन के अनुसार अस्पतालों व नर्सिंग सेंटरों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट को इंसीनरेटर में नष्ट किया जाना चाहिए। क्योकि ऑपरेशन के बाद निकलने वाले मानव अंग के अंश, पट्टी व अन्य मटेरियल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। मेडिकल वेस्ट में विभिन्न बीमारियों के वायरस सहित दवाईयों व अन्य खतरनाक चीजों के अंश होते हैं। इसलिए इसे काफी सुरक्षित तरीके से इंसीनरेटर में नष्ट किया जाना चाहिए। लेकिन जिम्मेदारों के लिए यह नियम सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। इसका यथार्थ में कहीं पर भी पालन नहीं हो रहा है।
लोग अपने साथ ले जा रहे बैक्टीरिया
जिला अस्पताल के पीछे की ओर पोस्टमार्टम कक्ष के पास इन दिनों बायो वेस्ट का ढेर लग गया है। जो सड़ रहा है। इस वेस्टेज से खतरनाक बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ गई है।आम रोगी तो समझ भी नहीं पाता कि वह बीमारी से मुक्ति के लिए आया और खतरनाक बीमारी के बैक्टीरिया ले जा रहा है। बाहर तक बॉयोवेस्ट का ढेर लग चुका हैं। वही बदबू के चलते लोगो का इस मार्ग से गुजरना मुश्किल हो रहा है।
आज कल में हो जाएगा उठाव- जैन
इस पूरे मामले को लेकर की गई औपचारिक चर्चा के दौरान जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉ निलय जैन ने बताया कि कृपा बायोवेस्टेज कंपनी सिवनी का कुछ पेमेंट बकाया है। कंपनी वालों से बात कर ली गई है। आज कल में वे आएंगे और बायो वेस्ट का उठाव करेंगे। वर्तमान में कमरे फूल होने के कारण वेस्ट बाहर फेंका जा रहा है। कंपनी वाले दो वाहन भेज रहे हैं दोनों वाहन में भरकर बायो वेस्टेज को ले जाया जाएगा। वहीं पूरे परिसर की साफ सफाई कराई जाएगी।