जिला वितरण अधिकारी और उनके कार्यालय में पदस्थ अन्य कर्मचारियों ने जिला राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष जितेंद्र उर्फ मोनू भगत पर कार्यालय में घुसकर गाली गलौज करने और अमर्यादित आचरण कर कर्मचारियों को डराने धमकाने का आरोप लगाया है।जिसकी शिकायत विपरण संघ द्वारा कलेक्टर श्री मिश्रा से कर,उन्होंने इस मामले में वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।जहां शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने कर्मचारियों को डराने धमकाने सहित अन्य बातों का उल्लेख करते हुए पत्र के माध्यम से जिला राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष जितेंद्र उर्फ मोनू भगत की शिकायत कर मामले में कार्यवाही की मांग गई है ।उधर जिला वितरण संघ से मिले इस शिकायत पत्र का संज्ञान लेते हुए कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा ने मामले में एफआईआर दर्ज करने किए पत्र कोतवाली पुलिस को रिमार्क किया है। जो पत्र इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
शुक्रवार शाम सोशल मीडिया पर वायरल हुआ रिमार्क पत्र
जिला विपरण अधिकारी और उनके कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा जिला राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष मोनू भगत की कलेक्टर से की गई शिकायत और कलेक्टर द्वारा उसपर एफआईआर दर्ज करने के लिए कोतवाली पुलिस को किए गए रिमार्क वाला यह पत्र, शुक्रवार शाम से सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पत्र को लेकर जिला वितरण अधिकारी के दूरभाष क्रमांक पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं की। जिसके चलते वायरल हो रहे इस शिकायत पत्र की फिलहाल अधिकारी पुष्टि नहीं हो पाई है।
शिकायत पत्र में किया गया इन बातों का उल्लेख
सोशल मीडिया पर शुक्रवार की शाम से वायरल हो रहे एफआईआर के लिए रिमार्क किए गए पत्र में जिला वितरण अधिकारी और कर्मचारियों ने इस बात का उल्लेख किया है कि अनुबंध संबंधी संपूर्ण जानकारी और जिले के राइस मिलर्स को मिलिंग के लिए धान दिए जाने को लेकर शासन से किए गए पत्राचार की संपूर्ण जानकारी जिला राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष मोनू भगत को दूरभाष पर दी जा चुकी है। बावजूद इसके भी 4 जून को मोनू भगत द्वारा दोपहर 1 से 2 बजे के बीच में कुछ मिलर्स को लेकर वे कार्यालय आए और उन्होंने कार्यालय में पदस्थ महिला व पुरुष कर्मचारियों के सामने अनुबंध के इसी मामले को लेकर गाली गलौच की उस दौरान कार्यालय में पुरुष कर्मचारियों के साथ-साथ चार महिला कर्मचारी भी थी वहीं अन्य राइस मिलर भी थे। उन सभी के समक्ष अनुबंध नहीं होने को लेकर डी.एम.ओ. के नाम से गंदी गाली-गलौच की गई एवं अशोभनीय व अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुये कार्यालय के कर्मचारियों के साथ गुंडा गर्दी से पेश आये और उपस्थित कर्मचारियों से कहा कि तुम लोग बाहर निकलो फिर मैं तुमको बताता हुँ। डी.एम. ओ. तो यहां से चला जायेगा साले तुम लोगो को हमारे साथ जीवन भर रहना है। इस तरीके के अमर्यादित आचरण का प्रयोग किया गया है। पत्र में आगे इस बात का उल्लेख किया गया है कि इनके (मोनू भगत) द्वारा कर्मचारियों पर बार-बार दबाव बनाने के लिए झूठी एवं अनर्गल शिकायते की जाती है। इनके द्वारा बार-बार कार्यालय में आकर विघ्न उत्पन्न किया जाता है।परन्तु दिनांक 04.जून की घटना अत्यधिक अमर्यादित थी।
अभद्र व्यवहार कर शासकीय कार्य में पहुंचाई बाधा
जिला वितरण संघ द्वारा की गई शिकायत पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि मोनू भगत जो भगत राईस मिल गर्रा के मालिक की हैसियत से पेश आते है परन्तु विपणन संघ कार्यालय के साथ निष्पादित अनुबंध में भगत राईस मिल गर्रा के मालिक कोई और है एवं प्रतिनिधि भी कोई और है। इनके द्वारा विपणन संघ कार्यालय में अमर्यादित एवं अशोभनीय आचरण किया है।उसके कारण कर्मचारी डरे हुये है एवं इनके कृत्य से मेरे व विपणन संघ के कर्मचारियों के स्वाभिमान को हानि पहुंची है। साथ ही विपणन संघ की साख का भारी नुकसान किया है एवं इनके इस कृत्य से शासकीय कार्य में बाधा पहुंची है एवं मेरे द्वारा इनको कार्यालय में भी बुलाया गया था जहां आपके द्वारा तीन अन्य मिलर्स (अंकित अग्रवाल, विजय कोठारी व सतीश छुटवानी) के समक्ष ये कहा गया था कि मैं आपके खिलाफ चाहे जब जिले के किसी भी विधायक से विधान सभा में आपके विरूध्द शिकायत करूगां एवं किसी भी सीमा तक जाउगां
ब्लैकलिस्टेड किए जाने की भी की गई मांग
जिला वितरण संघ द्वारा की गई इस शिकायत पत्र के अंतिम में मोनू भगत द्वारा किये गये अमर्यादित आचरण को दृष्टिगत रखते हुये भगत राईस मिल गर्रा का अनुबंध काली सूची में डालने हेतु अनुमोदन करने के साथ ही भगत राईस मिल गर्रा के अनुबंध को तत्काल प्रभावशील निलंबित किये जाने और मोनू भगत के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने व डराने-धमकाने के लिए वैधानिक कार्यवाही किए जाने की भी मांग की गई है।
यह बदले की कार्यवाही है, सभी आरोप झूठे व बे- बुनियाद- मोनु भगत
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान जिला राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष जितेंद्र उर्फ मोनू भगत ने बताया कि सोशल मीडिया में जारी हुआ पत्र उन्हें भी मिला है। जिसमें विपणन अधिकारी कर्मचारियों द्वारा शिकायत में तारीख 4 जून की घटना का उल्लेख किया गया है। जबकि 4 जून को ही मैंने प्रबंधक संचालक वितरण संघ भोपाल को जिला विपणन अधिकारी हीरेंद्र रघुवंशी की शिकायत की है।जिसमें जिला वितरण अधिकारी पर तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने का उल्लेख किया गया है। साथ ही जिले के राइस मिलर्स को धान मिलिंग का कार्य न देते हुए आपसी साठगांठ कर बाहर जिलों के राइस मिलर्स को मिलिंग की धान देने की शिकायत की गई है।उन्होंने आगे बताया कि जब हमने जिला विपरण अधिकारी की शिकायत उनके मुख्यालय भोपाल में की, जिसकी जानकारी जिला विपणन अधिकारी को लग गई, इसके चलते उन्होंने द्वेष की भावना रखते हुए हमारी शिकायत कलेक्टर से की है। यह दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही है उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे व बे- बुनियाद हैं यह हम पर सिर्फ और सिर्फ बदले की कार्यवाही कर रहे है।