रंगो के महापर्व होली को अब महज 4 दिन से बच गए हैं। रंगों के इस पर्व को अनक़रीब देखते हुए जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में पर्व की तैयारियां शुरू हो चुकी है।
पर्व विशेष पर नगर का बाजार एक बार फिर से गुलजार हो गया है। जहां विभिन्न प्रकार के रंग गुलाल तरह-तरह की पिचकारी, बताशे और गाठी मालाओं से दुकानें सजने लगी है।
रंगों के इस त्यौहार पर 20 प्रतिशत तक की महंगाई का असर साफ देखा जा रहा है। जहां होली में उपयोग आने वाली समस्त सामग्रियां पिछले वर्ष की तुलना में महंगी बेची जा रही है जिसका इसकी प्रमुख वजह उत्पादन में कमी, ट्रांसपोर्टिंग और कच्चे मटेरियल का महंगा होना बताया जा रहा है।
नगर के विभिन्न स्थानों में लगी दुकानों यह दुकाने लोगों को अपनी ओर आकर्षित तो कर रही हैं लेकिन बताशे और गाँठिया माला को छोड़कर रंग गुलाल पिचकारी सहित अन्य दुकानों में फिलहाल कारोबार ठंडा नजर आ रहा है।
जिले भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा जहां 17 मार्च को होलिका दहन के साथ इस पर्व की शुरुआत होगी। वही 18 मार्च को जिले भर में धुरेड़ी पर्व मनाया जाएगा।










































