जोधपुर, 28 अप्रैल। राजस्थान के दूसरे बड़े शहर जोधपुर में दिनों कोरोना की सुनामी आई हुई है। यहां के तीनों सरकारी अस्पतालों के साथ एम्स और दो दर्जन प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जोधपुर के अस्पतालों में अब एक-एक बेड के लिए लोग मारे-मारे फिर रहे हैं। बेड के अभाव में लोग अस्पतालों के फर्श पर ही लेटकर उपचार की उम्मीद लगाए बैठे हैं। वहीं अपनों की उखड़ती सांसों को संभालने के लिए परिजनों का आक्रोश बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए अस्पतालों में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
शहर के तीनों प्रमुख अस्पताल एमडीएम, महात्मा गांधी व एम्स में नए मरीजों को एडजस्ट करने में बहुत अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में एक बेड का जुगाड़ करना भी मुश्किल साबित हो रहा है, और भर्ती होने के लिए पहुंचे मरीज जगह-जगह लेटे दिखते हैं। ऐसे में मरीजों के परिजनों का सब्र भी अब जवाब दे रहा है। निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढाई जा रही है, लेकिन घर में बीमार संक्रमितों को ना तो अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है और इधर बाहर ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। ऐसे में उनके सामने जीवन और मौत के बीच संघर्ष बढ़ने लगा है । इन हालातों में न तो प्रशासन और न ही चिकित्सा विभाग के अधिकारी व्यवस्थाएं बनाने में सक्षम साबित हो रहे हैं।
पहले ऑक्सीजन के लिए अब बेड के लिए मारामारी
जोधपुर शहर बेड की कमी से बुरी तरह जूझ रहा है। अस्पताल की तरफ से वहां पहुंचे मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवा राहत देने का प्रयास अवश्य किया जा रहा ह , लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है। जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग को कोरोना संक्रमितों को बेड और ऑक्सीजन सहित चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने में न केवल पसीने छूट गए हैं, बल्कि मरीजों और मौतों की निरंतर बढ़ती संख्या से उनके हाथ-पांव फूल गए हैं।
विवाद के बाद अस्पताल में पुलिस बल तैनात
मथुरादास माथुर अस्पताल में मंगलवार देर रात नर्सेज और कांग्रेस नेताओं के बीच विवाद के बाद पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दरअसल मथुरादास माथुर अस्पताल में मंगलवार रात करीब 11.30 बजे कांग्रेस के एक – दो नेता पहुंचे, जिनका किसी मरीज को भर्ती करने की बात को लेकर नर्सिंगकर्मी से विवाद हो गया। इस दौरान मौके पर मौजूद रेजिडेंट डॉक्टर से भी धक्कामुक्की हुई। इस पर कोविड के मरीजों को संभाल रहे डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी बाहर आ गए और काम बंद कर दिया। हंगामा बढ़ा तो शास्त्रीनगर थानाधिकारी पंकज माथुर एमडीएमएच पहुंचे । वहां उन्होंने समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं मानने पर पुनीत जांगू , रामनिवास व ओमप्रकाश को शास्त्रीनगर थाने ले गए। इसके बाद से यहां सुबह से ही पुलिस बल तैनात कर दिया ताकि अनावश्यक विवाद ना हो और मरीजों का इलाज सुचारु रुप से चलता रहे।