किरनापुर लांजी में कम दिन में पैसा दोगुना करने वाले मामले में बुधवार को बचे हुए 8 आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें 30 मई तक की जेल रिमांड पर जिला जेल भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर न्यायालय परिसर के बाहर डबल मनी के जमाकर्ता और गांव से पहुंचे ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। किसी ने सभी लोगो को छोड़ने की मांग की, तो किसी ने कहा कि मूलधन ही वापस करवा दो।
चलिए पूरी खबर विस्तार से बताते हैं दरअसल किरनापुर-लांजी मैं चल रहे डबल मनी मामले में पुलिस द्वारा 1 दिन पहले 11 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था। 3 लोगों को मंगलवार को जेल भेज दिया गया था, अन्य 8 लोगों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां सभी को 30 मई तक की जुडिशल रिमांड पर जिला जेल भेज दिया गया।
इस सबके बीच कोर्ट परिसर में बेहद गहमागहमी वाला माहौल रहा। मामले को देखते हुए पुलिस बल बहुत अधिक मात्रा में तैनात था। इसके बाद भी लोग जिला पंचायत परिसर और उसके आसपास एकत्रित हो गए। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। हर कोई सी की यही मांग थी कि सोमेंद्र कनकरायने उर्फ अंबानी और हेमराज आमाडारे उर्फ अडानी को छोड़ दिया जाए। तभी सभी लोग जमा का पैसा वापस कर पाएंगे।
इस दौरान कई लोगों ने यह भी मांग रखी कि डबल तो नहीं कम से कम उन्हें मूलधन ही वापस कर दिया जाए। जिससे उनके खून पसीने की कमाई व्यर्थ ना जाए। तो वहीं दूसरी और कुछ लोग पुलिस में शिकायत करने की भी बात करते दिखाई दिए?
लांजी ग्राम सहेकी से पहुंचे शिवराम कबीरे तो कहते हैं कि सोमेंद्र उर्फ अंबानी गरीबों का मसीहा था। उनके साथ पहुंचे सभी लोग यही चाहते थे। की आज रिहाई हो जाए तो सबका पैसा वापस हो जाए। वे तो पुलिस की कार्यवाही कोई पूरी तरह से गलत बताते हैं।
उमरी पालडोगरी निवासी वेंकटराव उमरे तो कहते हैं कि जिसने भी सोमेंद्र और अन्य लोगों की शिकायत किया है वह बेवकूफ है। उसको अकल नहीं है इसलिए उसने शिकायत कर दिया है।
सोमेंद्र कनरायने के गांव बोलेगाव से पहुंचे युवराज बालाधरे हो या फिर जागेश्वर कावरे मीडिया से बात नहीं करना चाहते हैं और कहते हैं कि हम तो केवल सोमेंद्र कनरायने से मिलने आए हैं।
किरनापुर क्षेत्र के गुलवा निवासी दीवान चंद बताते हैं कि सोमेंद्र और आमाडारे दोनों ही लोग समय पर पैसा दे रहे थे। किसी के साथ धोखाधड़ी नहीं किए, धान बेचकर, सोना बेचकर, जमीन बेचकर लोगों ने पैसा लगाए हैं। जल्दी इन लोगों की रिहाई नहीं हुई तो बालाघाट लांजी मार्ग खोदकर चक्का जाम करेंगे।
खरेगांव निवासी रघुजी और उनके साथी एक स्वर में कहते हैं कि जब पुलिस ने इन लोगों को जेल के अंदर कर दिया तो अब पैसा कैसे मिलेगा।
हट्टा से पहुचे विवेक कुमार सोनी और उनके साथ पहुंचे लोग कहते हैं कि अब उनका पैसा डबल ना सही मूलधन ही वापस सो जाएं, अगर उन्होंने गलती की है तो उनके ऊपर कार्यवाही हो लेकिन गरीबों का पैसा वापस मिल जाए। यदि इसके लिए उन्हें सोमेंद्र सहित अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी करना पड़े तो वे सभी तैयारी कर रहे है।
इस दौरान कोर्ट परिसर पहुंची लाजी बोलेगांव निवासी हेमराज आमाडारे उर्फ अडानी की मां बहुत अधिक आक्रोशित दिखाई दी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे से उनसे एक बार भी मिलने नहीं दिया गया। उन्हें इस बात की चिंता सताई जा रही है कि इतने लोगों को जो पैसा लिया है वह कैसा देगे। बेटे को छोड़ दें तो सब लोगो का पैसा समय पर लौटा देंगे।
लोक अभियोजक महेंद्र देशमुख ने बताया कि मंगलवार को तीन आरोपियों की जमानत हो चुकी थी। अन्य शेष 8 आरोपियों को पेश किया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। जिसमे सोमेंद्र कनकरायने उर्फ अंबनी निवासी बोलेगांव, हेमराज आमाडारे उर्फ अडानी निवासी बोलेगांव, तामेश मंसूरे निवासी कोंकना किरनापुर,
राकेश मंसूरे निवासी कोंकना किरनापुर, प्रदीप कनकरायने निवासी बोलेगांव, धनराज आमाडारे निवासी बोलेगांव, कुंदन यादव निवासी बोलेगांव, ललित वैष्णव निवासी बोलेगांव, राहुल बापूरे निवासी बोलेगांव को जेल भेज दिया गया है।