आपने अभी तक शादी समारोह और सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रमों में ढोल, बाजे, भांगड़ा, बग्गी , आतिशबाजी ओर नाच गाना देखा होगा। खासतौर से विवाह या किसी राजनेता के आगमन पर आतिशतबाजी, डीजे व नाचगाना होता है। लेकिन शिवपुरी के नीलनगर में चाय की दुकान करने वाला मुरारी अपने घर में पहला मोबाइल डीजे, आतिशबाजी के बीच बग्गी पर लेकर आया। खासबात यह है कि मुरारी ने मोबाइल फाइनेंस कराया है। मुरारी ने यह सब अपनी बेटी के कहने पर किया है।
इसलिए डीजे और आतिशबाजी से लाया मोबाइल: मुरारी ने बाजार से दुकान से मोबाइल खरीदा और वहीं से बग्गी पर बैठकर डीजे बजाते हुए मोबाइल घर लाया और यार दोस्तों को पार्टी भी दी। ऐसा उसने इसलिए किया क्यों वह चाय की दुकान चलाता है। उसकी आर्थिक स्थति भी ठीक नहीं है। उसकी बेटी पिछले दो साल से मोबाइल लेने की कह रही थी। चूंकि यह मोबाइल उसके घर का पहला मोबाइल था। इसलिए वह पूरे बैंडबाजे के साथ बारात के रूप में मोबाइल को घर लेकर आया।
फाइनेंस कराया है मोबाइल: मुरारी ने बताया कि मोबाइल 12 हजार 500 का खरीदा है। लेकिन इसके लिए भी उसने फाइनेंस कराया है। साथ ही डीजे, बग्गी, आतिशबाजी आदि भी उसके करीब साढ़े सात हजार रुपए खर्च हुए है। कुल मिलाकर मोबाइल 20 हजार रुपए का पड़ा है।
पूरे शहर में चर्चा: जिस तरह से मुरारी मोबाइल खरीदकर लाया है। उसकी चर्चा पूरे शहर में है। लोगों का कहना है कि जिस तरह से मुरारी की चाया स्पेशल है। उसी तरह उसका मोबाइल खरीदना और उसे घर लेजाना भी स्पेशल है।