तुमाड़ी सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर स्थित शासकीय व प्राईवेट वेयर हॉऊस आवागमन में परेशानी का सबब बन रहे है। इसी तारतम्य में १८ सितंबर को तुमाड़ी रोड़ पर स्थित वेयर हाऊस में धान लेने आये ट्रकों की लंबी कतार को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश उत्पन्न हो गया। जिसकों लेकर ग्रामीणों की एक ट्रक चालक से मारपीट तक होने की बात कहीं जा रही है हालांकि इस मामलें की रिपोर्ट वारासिवनी थाना में दर्ज नही हुई है। गौरतलब है कि वारासिवनी से तुमाड़ी, कोपे, बुध्दाटोला, चिल्लौद, खैरटोला सहित आधा दर्जन ग्राम पड़ते है। नगर मुख्यालय में आने वाले लोग इसी मार्ग का इस्तेमाल करते है। ऐसे में ट्रकों के स्थाई रूप से खड़े न करने की मांग की जा रही है। ताकि आवागमन पर किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
यहां यह बताना लाजमी है कि वारासिवनी से तुमाड़ी होते हुये विभिन्न ग्रामों को जोडऩे के लिये प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंर्तगत उक्त मार्ग का निर्माण किया गया है। जिसकी क्षमता ८ टन परिवहन की है लेकिन देखने में आ रहा है कि मार्ग से करीब २५ से ३५ टन धान के भारी वाहन परिवहन कर कर है। जिसके कारण रोड़ के परखच्चें उड़ गये है। वही दुर्घटनाओं को भी बहुत अधिक बल मिल रहा है। सड़क का साईड सोल्डर पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। यह स्थिति केवल उक्त मार्ग पर ही नही है बल्कि वारासिवनी क्षेत्र के बालाघाट रोड़, लालबर्रा रोड़, कटंगी रोड़, रामपायली रोड़ जो काफी महत्तवपूर्ण मार्ग है सभी जगह बनी हुई है। जिसकी वजह से कई बार यह ट्रक पलट जाते है और बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
गौरतलब है कि वर्तमान में पीडीएस की सरकारी मिलिंग का कार्य चल रहा है। जिसमें वेयर हॉऊस में समर्थन मूल्यों पर खरीदी गई धान के भंडारण से धान का परिवहन राईस मिलों तक किया जा रहा है। जिसमें प्रतिस्पर्धा बनी हुई है। जिसके कारण क्षेत्र के समस्त वेयर हाऊस स्थित मार्गों पर खाली ट्रकों की लंबी लंबी कतार लगी हुई है। ऐसे में एक ट्रक भरकर जब निकलता है तो पूरा मार्ग बंद हो जाता है। जिसका असर स्थानीय ग्रामीणों पर ज्यादा पड़ रहा है।










































