थाने के नवीन सीमांकन के लिए हुई बैठक

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अब थानों का नवीन सीमांकन होने के बाद ग्रामीणजन अपनी सुविधानुसार नजदीकी थानों से अपने ग्राम का नाम जुड़वा सकते है जिससे उन्हे दुर स्थित थानों में अपराधों सहित अन्य मामलों की शिकायत करने जाना नही पड़ेगा इसलिए सरपंच, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण शासन के नई लाईनलाईन के अनुसार अपनी सुविधा को देखते हुए थानों के नवीन सीमांकन के साथ ही अपने गांव का नाम जुड़वा सकते है जिससे उन्हे कानून व्यवस्था अच्छी मिल सकती है। जिसकी जानकारी देने के लिए ६ जनवरी को शाम ५ बजे लालबर्रा थाना परिसर में ग्राम पंचायतों के सरपंचों की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक थाना प्रभारी शिवपूजन मिश्रा, नायब तहसीलदार सुरेश उपाध्याय, पांढरवानी सरपंच अनीस खान सहित अन्य ग्राम पंचायतों के सरपंचों की उपस्थिति में प्रारंभ हुई। आयोजित बैठक में मध्य प्रदेश शासन के गृह मंत्रालय के द्वारा थानों के नये सीमांकन के संबंध में जो दिशा निर्देश दिये गये है उसके बारे में सरपंचों, जनप्रतिनिधियों को विस्तार से जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि शासन के निर्देश है कि थानों का सीमांकन किया जाये और इस सीमांकन की प्रक्रिया के तहत ग्रामीणजन अपनी नजदीकी थानों में अपने ग्राम का नाम जुड़वा सकते है क्योंकि थाना क्षेत्र बहुत बड़ा होता है और कुछ ग्राम दुर स्थित थानों की सीमा में आते है जिससे उन्हे थानों में किसी भी काम से वह जाना पड़ता है जिससे उन्हे समय भी अधिक लगता है इसलिए शासन के द्वारा अब थानों का नवीन सीमांकन किया जा रहा है ताकि ग्रामीणजन अपने सुविधानुसार जो थाना पास पड़ता है उसमें अपने ग्राम का नाम जुड़वा सके। जिस पर उपस्थित सरपंचों ने कहा कि कुछ ग्राम ऐसे है कि तहसील कार्यालय लालबर्रा आता है परन्तु थाना क्षेत्र वारासिवनी अंतर्गत आता है ऐसे में ग्रामीणजनों को तहसील व थाने में एक साथ काम आ जाने पर परेशानी होती है इसलिए शासन की यह नियम बहुत अच्छी है क्योंकि एक ही स्थानों पर सभी शासकीय कार्यालय स्थित रहना चाहिए जिससे ग्रामीणजनों के सभी काम एक साथ हो सकते है।

आपकों बता दे कि म.प्र. शासन के द्वारा सभी जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि वह कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस थाने व चौकियों का नये सिरे से सीमांकन किया जाये जिससे स्थानीयजनों को असुविधा न हो और अपराधों पर भी अंकुश लग सके। जिसके लिए सभी सरपंचों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणजनों से विचार-विमर्श कर वे जिस थाने में जुडऩा चाहते है उनकी सहमति लेने कहा गया है ताकि उन्हे अपराधिक मामलों की शिकायत करने के लिए भटकना एवं अधिक दुरी तय न करना पड़े क्योंकि कई बार देखने में आता है कि थानों की दूरी अधिक होने के कारण अपराध घटित होने के बाद भी पुलिस समय पर नही पहुंच पाती और जो नजदीकी थाने होते है उनकी सीमा न होने के कारण वे कार्यवाही नही कर पाते है जिससे अपराधों में बढ़ोत्तरी होते रहती है और लोगों को उचित समय पर न्याय नही मिल पाता है जिससे वे परेशान होते रहते है, थानों के नवीन सीमांकन होने से ग्रामीणों के लिए कानून व्यवस्था में सुधार होगा। ६ जनवरी को सरपंचों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ लालबर्रा थाने में थानों की नवीन सीमांकन के लिए बैठक संपन्न हुई है जिसमें सरपंचों एवं जनप्रतिनिधियों को इस सीमांकन की प्रक्रिया के माध्यम से अपनी सुविधा अनुसार नजदीकी थानों में अपने गांव का नाम जुड़वाने की जानकारी दी गई। इसी दौैरान ग्राम पंचायत पांढरवानी सरपंच अनीस खान ने कहा कि कंजई, जाम व मोहगांव ध. लालबर्रा थाने से काफी दुर है जिससे पुलिस घटना घटित होने बाद समय पर नही पहुंच पाती है इसलिए उक्त स्थानों पर जनसुविधा के लिए पुलिस चौकी खोलने की मांग की है।

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