बिहार में सत्ताधारी लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में होगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 24 राज्यों के पदाधिकारी शामिल होंगे। इसके साथ ही लगभग तीन हजार के करीब राजद कार्यकर्ता और नेता आज की बैठक में शामिल होने वाले हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक, आर्थिक और विदेश मामलों पर प्रस्ताव रखा जाएगा। साथ ही दोपहर 2 बजे कार्यकारिणी की चर्चा में आए विषयों की जानकारी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी जाएगी। इस बैठक के बाद आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। इसमें लालू प्रसाद यादव को निर्विरोध राष्ट्रीय जनता दल का 12वीं बार अध्यक्ष बनने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जिन प्रस्तावों पर चर्चा हुई उसको परिषद में पारित किया जाएगा। राष्ट्रीय जनता दल की दिल्ली में हो रही दिन की बैठक को 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की रूपरेखा और रणनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है। खास तौर पर दिल्ली में इस तरह का कार्यक्रम करके आरजेडी साम्प्रदायिकता से किसी भी तरह का समझौता नहीं करने का संदेश राष्ट्रीय स्तर पर देने का प्रयास करेगी। वहीं आर्थिंक प्रस्ताव में मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां, सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट, डॉलर के मुकाबले रुपयों की लगातार कमजोर हो रही स्थिति, रिज़र्व फंड में हो रही कमी के अलावा महंगाई और बेरोजगारी पर भी आरजेडी हमलावर रहेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल ने अपने विदेश मामलों के प्रस्ताव में कहा है कि मोदी सरकार ने पड़ोसी देशों के साथ पहले से चले आ रहे संबंध को कमजोर किया है। इसकी वजह से देश को नुकसान झेलना पड़ रहा है। बैठक में भाग लेने के लिए तेजस्वी यादव शनिवार रात को ही दिल्ली पहुंच गए थे, लालू यादव पहले से ही राजधानी में हैं। वहीं बिहार के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम, जगदानंद सिंह प्रकरण, बैठक में तेज प्रताप यादव के शामिल होने ना होने जैसे खबरों पर भी नजर बनी रहेगी।