गुरुवार को बालाघाट सिवनी सांसद डॉ ढालसिंह बिसेन कलेक्टर कार्यालय में उस वक्त नाराज हो गए ,जब कलेक्टर सभागृह में आयोजित जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति की बैठक में उन्हें कलेक्टर डा गिरीश मिश्रा अनुपस्थित नजर आए। जहां संबंधित अधिकारियों से पूछे जाने पर पता चला कि कलेक्टर गिरीश मिश्रा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दौरा करने गए हैं, इतना सुनते ही सांसद टुनक गए और उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि जब दिशा समिति की बैठक में कलेक्टर (समिति के सचिव) नहीं है तो फिर सांसद (समिति अध्यक्ष) बैठक को बैठक में क्यों बुलाया गया है ?,इसे एक जनप्रतिनिधि का अपमान बताते हुए उन्होंने तुरंत बैठक को स्थगित करने का आदेश दिया और नाराज होकर बैठक से बाहर चले आए. जिन्होंने तुरंत सर्किट हाउस पहुंचकर इस पूरे मामले पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए भारत सरकार को एक पत्र लिखकर कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा की शिकायत कर दी। जिसमें उन्होंने भारत सरकार से इस पूरे मामले को लेकर कलेक्टर से जवाब मांगने और कलेक्टर के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने का अनुरोध किया है।
दरअसल यह पूरा मामला गौण खनिज मद के खर्च से जुड़ा हुआ है। जहां पिछली बैठक में गौण खनिज मद के तहत खर्च कि गई रकम के रेशों में, सांसद ढाल सिंह बिसेन ने आपत्ति जताई थी। जिन्होंने खर्च के रेशों में गड़बड़ी होने की बात कही थी, वही आज गुरुवार की इस बैठक में इस रेशों को सुधार कर पेश करने और गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए थे।
आज गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय सभागृह में आयोजित जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति की इस बैठक में उसी गौण खनिज के खर्च का हिसाब मांगा गया था, जिसकी सूचना सांसद ढालसिह बिसेन द्वारा करीब 15 दिन पूर्व कलेक्टर बालाघाट को दे दी गई थी। लेकिन कलेक्टर सभागृहा में जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की इस बैठक में समिति के सचिव यानी जिला कलेक्टर उन्हें अनुपस्थित नजर आए .जहां कलेक्टर के बारे में जानकारी लेने पर उन्हें पता चला कि कलेक्टर नक्सल प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने गए .यह जानकारी मिलते ही सांसद ढाल सिंह बिसेन नाराज हो गए. और उन्हें बैठक में बुलाकर खुद गायब होने पर उन्होंने जमकर नाराजगी जताई। जिसके तुरंत बाद समिति के अध्यक्ष एवं सांसद ढालसिह बिसेन ने बैठक को ही रद्द कर दिया और नाराज होकर कलेक्टर सभागृह से बाहर चले आए ।जिन्होंने इस पूरे मामले में भारत सरकार को एक पत्र लिखकर बालाघाट कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा की शिकायत कर दी। जिसमे सांसद श्री बिसेन ने बालाघाट कलेक्टर पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान सांसद ढाल सिंह बिसेन ने बताया कि पिछली बैठक में गौण खनिज मद के खर्च का रेशों भारत सरकार की गाइडलाइंस के विपरीत था ।शिक्षा ,स्वास्थ्य, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर 60% तक की राशि खर्च की जाती है। वही निर्माण संबंधी कार्यों में 40% राशि खर्च करने का नियम है। लेकिन नियम के मुताबिक जिस कार्य के लिए 40% मद की राशि खर्च करने का नियम है, उस निर्माण कार्य के लिए 87% राशि का खर्च की पिछली बैठक में बताया गया था। जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी, साथ ही आज गुरुवार की इस बैठक में उस खर्च के रेशो में सुधार करने और गड़बड़ी कर रेशों पेश करने वालों के खिलाफ इसी बैठक में एक्शन लेने की चेतावनी दी थी। लेकिन इस बैठक में समिति के सचिव यानी कलेक्टर बैठक में उपस्थित नहीं हुए और ना ही उन्होंने उनकी अनुपस्थिति की सूचना दी। यदि यदि कलेक्टर पहले से सूचना दे देते तो वे इस बैठक को रद्द कर देते। लेकिन कलेक्टर में ऐसा नहीं किया और उन्हें बैठक में बुलाकर खुद बैठक से गायब हो गए। जिसके चलते उनके द्वारा इस बैठक को रद्द किया गया है। वहीं इस पूरे मामले की शिकायत भारत सरकार से कर कलेक्टर बालाघाट पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की