राजधानी में दीवाली के अवसर पर लापरवाही पूर्वक आतिशबाजी करते समय कुल 32 लोग झुलस गए। झूलसने वालों में ज्यादातर बच्चे शामिल है। इनकी संख्या 21 है, जिनका राजधानी के अस्पतालों एम्स, जेपी व हमीदिया अस्पताल में कराया गया। इन बच्चों में से किसी की भी हालत गंभीर नहीं थी, जिसके चलते इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली गई। वहीं 123 लोग सड़क दुर्घटना में घायल भी हुए हैं, जिनमें से 20 को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। जेपी अस्पताल में मंगलवार सुबह पहुंचे 11 वर्ष के सोनू को उसके अभिभावक लेकर पहुंचे थे। उसकी आंख में पटाखा जलाते समय बारूद का कण चला गया था। डाक्टरों के मुताबिक पटाखा जलाते समय उसके स्वजन नहीं थे। हालांकि नेत्र रोग विशेषज्ञ के उपस्थित न होने के कारण बालक को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। पूरे प्रदेश में सड़क दुर्घटना में 7456 लोग घायल हुए हैं। जिनमें से 496 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ी है। यह जानकारी इमरजेंसी सेवा 108 से मिली है। प्रदेश में 35 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ग्वालियर में करीब चार लोगों को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। सागर, जबलपुर और रीवा में भी एक-एक मरीज को गंभीर रूप से जलने के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।