धान का समर्थन मूल्य ३१०० रूपये नही मिलने पर किसान गर्जना संगठन करेगा धरना प्रदर्शन २९ से

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लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। नगर मुख्यालय के बालाघाट रोड़ स्थित विश्राम गृह में २५ नवंबर को किसान गर्जना संगठन की बैठक संपन्न हुई। यह बैठक किसान गर्जना संगठन प्रदेशाध्यक्ष अरविंद चौधरी, जिला पंचायत सदस्य डुलेन्द्र ठाकरे सहित अन्य पदाधिकारी एवं किसानों की उपस्थिति में प्रारंभ हुई। आयोजित बैठक में उपस्थितजनों ने कहा कि म.प्र. क े विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में सरकार के द्वारा घोषणा की गई थी कि ३१०० रूपये समर्थन मूल्य में किसानों की धान खरीदी जायेगी और केन्द्र एवं राज्य में भाजपा की सरकार बन चुकी है। लेकिन सरकार अपने वादों से मुकर चुकी है, धान का समर्थन मूल्य ३१०० रूपये प्रति क्विं. नही किया गया है। जबकि आगामी २ दिसंबर से समर्थन मूल्य में २३०० रूपये प्रति क्विंटल की दर से सेवा सहकारी समितियों में धान खरीदी शुरू होने वाली है। इस तरह से भाजपा सरकार ने किसानों के साथ वादाखिलाफी की गई जिससे बालाघाट जिला के समस्त किसानों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है। साथ ही यह भी कहा कि धान का समर्थन मूल्य ३१०० रूपये किये जाने की मांग को लेकर पूर्व में कलेक्टर एवं सभी विधायक व सांसद को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है और २८ नवंबर तक हमारी मांग पूरी नही हुई तो किसान गर्जना संगठन के बैनर तले समस्त किसान अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन एवं चक्काजाम करेगें एवं २ दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी केन्द्रों में कोई किसान अपनी उपज विक्रय नही करेगा इसलिए प्रदेश सरकार से मांग है कि जो उन्होने वादा किया है उसे पूरा करें। चर्चा में किसान गर्जना संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि २ दिसंबर से सोसायटी में किसानों के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य प्रारंभ होना है और वर्तमान में धान का समर्थन मूल्य २३०० रूपये प्रति क्विं. है जो किसानों के लिए बहुत कम है। जबकि चुनाव के पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा किसानों से वादा किया गया था कि सरकार बनने के बाद किसानों को धान का ३१०० रूपये प्रति क्विं. समर्थन मूल्य दिया जायेगा परंतु पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री बन गये और डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री है। लेकिन अब तक वे किसान के हित में कोई कदम नहीं उठाया है, न ही किसानों के खाते में ९१७ रूपये बोनस की राशि आई है जिससे सभी किसान आक्रोशित है। साथ ही सरकार की वादाखिलाफी के चलते भाजपा के कार्यकर्ता जनता के बीच में नही जा रहे है क्योंकि विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने सरकार ने जो वादे किये थे उस वादे के अनुसार वे किसानों के बीच गये थे और किसानों ने उनकी बात मानकर सरकार बनाई है परन्तु उनकी मांगे पूरी नही होने पर किसानों में पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। वहीं धान का समर्थन मूल्य ३१०० रूपये सरकार नही करेगी तो किसान सरकार को सबक सीखाने के लिए तैयार हो चुके है जिसकी शुरूआत बालाघाट जिले से २९ नवंबर से प्रारंभ होगी इसलिए सरकार अपने वादे को पूरा करें।

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