जिले भर में संतान सप्तमी का पर्व धार्मिक परंपराओं के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया। भादो मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाए जाने वाले इस पर्व को लेकर महिलाओं के द्वारा घरों में भगवान शंकर और पार्वती की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर संतान की दीर्घायु की कामना की गई।
आपको बताएं कि संतान सप्तमी पर्व को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शंकर और पार्वती की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाए तो इस व्रत के मनोवांछित लाभ प्राप्त होते हैं।