प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा हर्षोल्लास के साथ अगहन पर्व मनाया गया। जहां पर्व विशेष पर 1 माह तक विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए गए। इसी कड़ी में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नगर के प्राचीन सिद्ध पीठ अन्नपूर्णा मंदिर पर एकम से लेकर पूर्णिमा तक एक माह में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन कर गुरुवार को इसका समापन किया गया। जहां समापन के अवसर पर श्रद्धालु भक्तों द्वारा मंदिर में रखे गए मनोकामनाओ के ज्योति कलश का शोभायात्रा निकालकर विसर्जन किया गया। जिसकी शुरुआत मंदिर प्रांगण में हवन ,पूजन, और महाआरती के साथ की गई जिसके उपरांत श्रद्धालु भक्तों द्वारा माता रानी को छप्पन भोग अर्पित कर, माता रानी को 31 क्विंटल का महा भोग लगाया गया। वही मंदिर में 1 माह पूर्व रखे गए मनोकामनाओ के 108 ज्योति कलश की मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। अन्नपूर्णा मंदिर से निकाली गई यह शोभायात्रा नगर के विभिन्न चौक चौराहों व मार्गो का भ्रमण करते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंची। जहां एक कुंड बनाकर मनोकामनाओं के इन ज्योति कलश का विसर्जन किया गया। वहीं दोपहर करीब 3 बजे से लेकर देर रात तक विशाल भंडारे का आयोजन कर कार्यक्रम का समापन किया गया।ज्ञात हो कि माता रानी के सिद्ध पीठ में अघन पर्व बड़ी धूम-धाम से प्रतिवर्ष मनाया जाता है ,ऐसा कहा जाता है कि धन धन्य की देवी माता रानी का महाप्रसाद प्राप्त करने से जीवन भर धन्य धान की कमी नहीं होती और घर में संपन्नता बनी रहती है! उक्त मंदिर 108 साल पुराना है जिसे विसर्जित कर भव्य रूप नवनिर्माण कर दिया गया है जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर दान दिया है ! आज पर वह समापन के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान अन्नपूर्णा मंदिर के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल सचिव सुशील वर्मा, अभय सेठिया, उपाध्यक्ष ओम सोनी कोषाध्यक्ष संदीप नेमा संयोजक हरिओम अग्रवाल आजीवन सदस्य आलोक नेमा,सत्येंद्र श्रीवास्तव, नितेश नेमा, उमेश जयसवाल, विनय शांडिल्य, प्रकाश कोचर, अशोक भारद्वाज, विजय वर्मा, विजय सेन, रोहित सेन, उत्कर्ष वर्मा, राजा चितमतवार, प्रसाद तिवारी, भोला शंकर शांडिल्य, विनोद शांडिल्य, विनय यादव, सूर्येष श्रीवास्तव एवं अन्नपूर्णा मंदिर महिला मंडल सहित अन्य श्रद्धालु भक्त प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.