नहर का लाईनिंग कार्य गुणवत्ता विहिन

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ढूटी के पानी को घोटी पहुंचाने वाली १२५ करोड़ रूपयों की महत्वाकांक्षी योजना पर खुद ही पानी फिर गया है। वारासिवनी मेहंदीवाड़ा खापा के बीच स्थित चंदन नदी के ऊपर बनी नहर अनेकों स्थानों से दरक रही है। विभागीय अमले का जिस पर कोई ध्यान नही है। जिसका ताजा उदाहरण लाल किवाड़ी वार्ड नं.१ में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। हालांकि इससे किसी प्रकार की कोई व्यक्तिगत क्षति किसी को नही हो रही है मगर आम जनता के करोड़ों रूपयों को पलिता जरूर लग गया है।

जगह जगह टूटे साईड सोल्डर

नगर से होकर गुजरी यह नहर किसानों के लिये जहां जीवन दायिनी कहलाती है वही नगरवासीयों के घर सहित नगर के जलस्त्रोत को भी रिचार्ज करती है। ऐसे में नगर सहित क्षेत्र में कई जगह साईड सोल्डर टूट कर नहर के पानी में बह गये है जो नहर के लाईनिंग कार्य की गुणवत्ता को जाहिर कर रहे है।
टेल तक कैसे पहुंचेगा पानी?
ज्ञात हो कि कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन के अथक प्रयासों से जिले को यह महत्वाकांक्षी परियोजना मिली थी। उनका खास मकसद वारासिवनी घोटी क्षेत्र के ऐसे खेतों तक पानी पहुंचाने का रहा है जो खेत टेल पर हैं और सिंचाई के अभाव मे यह खेत बंजर हो रहे हैं। जगह जगह निर्माण कार्यों की कलई इसी तरह खुलती रही तो आने वाले समय मे टेल तक पानी कैसे पहुॅचेगा।

लाईनिंग कार्य के दौरान विभाग ने नही दिया ध्यान

यहां यह बता दें कि बीते कुछ वर्ष पूर्व जब इस लाईनिंग कार्य को किया जा रहा था तब लगातार बालाघाट एक्सप्रेस ने विभागीय अधिकारियों और क्षेत्रीय सभी जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस नहर लाईनिंग कार्य के प्रति आकर्षित करवाते हुये नहर लाईनिंग कार्य की गुणवत्ता की जांच किये जाने की दरकार की थी। मगर किसी ने भी इस कार्य की गुणवत्ता के प्रति ध्यान नहीं दिया।

विभाग को देना चाहिये ध्यान – संतोष आड़े

इस संबंध में पद्मेश को ेजानकारी देते हुये नगर के वार्ड नं.१ निवासी संतोष आड़े ने बताया कि हम लोग किसानों के बीच में रहते है। नगर का जीर्णोध्दार आज से करीब ५ से ६ वर्ष पूर्व हुआ था जो गुणवत्ता विहिन था। जिसकी वजह से ही हमारे वार्ड नं. लाल किवाड़ी, हिमाचल नगर सहित अन्य जगह की साईड सोल्डरिंग टूटकर नहर में गिर रही। लाईनिंग कार्य के हुये इस गुणवत्ता कार्य के कारण भविष्य में टेल तक पानी नहीं पहुॅच पायेगा क्योंकि साईड सोल्डरिंग के नहर में गिरने से पानी का रिसाव होगा जिस वेग से टेल के लिये पानी लगता है उस वेग से टेल के किसानों को पानी नही मिल पायेगा। जिस पर विभाग को ध्यान देना चाहिये और तत्काल जहां जहां साईड सोल्डरींग फूटी है उसका सुधार कार्य करवाना चाहिये।

जगह जगह से टूट रही साईड़ सोल्डरींग – अंश बिसेन

इसी तरह अंश बिसेन ने बताया कि वे डोके निवासी है उनके पिता किसानी कार्य करते है। नहर की साईड सोल्डरींग जगह जगह टूटी हुई दिखाई दे रही है। जिससे आगामी समय में किसानों को पानी की समस्या से जूझना पड़ेगा। वर्तमान समय में बारिश का मौसम चल रहा है। ऐसे में फिलहाल किसानों को फसल के लिये उतने पानी की जरूरत नही है लेकिन आगामी समय में जब बरसात समाप्त हो जायेगी तब किसान की फसल को पानी की आवश्यकता पड़ेगी लेकिन नहर के यह हालत रहेगी तो किसानों को उस मात्रा में पानी प्राप्त नही होगा जिसकी उन्हे जरूरत पड़ेगी।

दूरभाष पर चर्चा में सिंचाई विभाग नहर निरीक्षक विष्णु मर्सकोले ने बताया कि बीते दिनों अधिकारियों के साथ नहर का निरीक्षण किया गया था। जिसमें जगह-जगह से क्षतिग्रस्त नहर की मरम्मत करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है और बरसात समाप्त होते ही नहर बंद रहने पर कार्य किया जायेगा।

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