ग्राम पंचायत कोस्ते के किसान काफी चिंता में है। जिसकी प्रमुख वजह यह बताई जा रही है कि मुख्य कैनाल से कोस्ते छोटी नहर से जो पानी किसानों को प्राप्त होता था उसको बीते ४ -५ दिन से बंद कर दिया गया है। ऐसे में किसान नहर के पानी से वंचित है। किसानो का कहना है कि कोस्ते नहर का फाटक बंद होने से हमारी जो फसल को पानी नही मिल पा रहा है। जबकि फसल पकने में मात्र कुछ दिनो का ही समय बाकी है। अगर समय पर पानी नही मिला तो फसल सूख भी सकती है। इस संबंध में कोस्ते निवासी किसान दिलीप रोकड़े ने पद्मेश को बताया कि फसल का यह अंतिम चरण चल रहा है। ऐसे में सिंचाई विभाग ने हमारा कोस्ते फाटा बंद कर दिया है। जिसकी वजह से फसल को पकने में साफ तौर पर देखा जा है कि पानी अति आवश्यक है। सिंचाई विभाग इस और ध्यान नही दे रहा है। जिसकी वजह से फसल मार खा रही है। हम विभाग से यही चाहते है कि अगर दो तीन दिन कोस्ते फाटा को प्रारंभ कर दिया जाये तो हमारी फसल पर नुकसान नही होगा। इस संबंध में हमने सिंचाई विभाग से गुहार भी लगाई है। इसी तरह किसान श्याम लाल उईके ने पद्मेश को बताया कि विभाग ने १५ दिन पूर्व कोस्ते फाटा को बंद कर दिया था। जब हमने उनसे पूछा तो उन्होने कहा कि रोटेशन के तहत पानी मिलेगा। बीते दिवस कुछ समय के लिये नहर प्रारंभ की गई। मगर यह पानी हमारे खेत तक नही पहुॅचा। ऐसे में हम किसानो की धान मरना तय है। अगर विभाग कोस्ते फाटा में पानी छोड़ दे तो फसल सूखने से बच सकती है।
इनका कहना है –
इस संबंध में जब दूरभाष पर प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी सिंचाई विभाग कोमल उईके से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि किन्ही तकनीकी कारणो से हमने कोस्ते फाटा को बंद किया है। इस समस्या का हमारा अमला समाधान करने में जुटा हुआ है। जैसे ही यह समस्या १-२ दिन में सुलझ जायेगी तो कोस्ते सहित इस फाटा से जिन ग्रामों को पानी मिलता है उन्हे पानी मिलेगा।
कोमल गजभिये