दीपावली से पहले पटाखों की थोक दुकानों पर छापामार कार्रवाई जा रही। पटाखा के थोक व्यापारी जीएसटी विभाग के निशाने पर है। गुरुवार को दूसरे दिन भी विभाग की टीम ने हलालपुर के थोक पटाखा बाजार में जांच अभियान जारी रखा। बिना बिल के कारोबार और कर चोरी होने की सूचना मिलने पर बुधवार को भी यहां छापामार कार्रवाई की गई थी। जीएसटी विभाग की टीम ने बुधवार को आधा दर्जन दुकानों पर छापामार कार्रवाई की थी। इन दुकानों पर बुधवार देर रात तक स्टॉक एवं बिलों का विवरण एकत्रित किया जाता रहा, लेकिन टीम को पूरा विवरण नहीं मिल सका था। बुधवार देर रात को विभाग की टीम ने दुकानों के शटर बंद कर बाहर गार्ड तैनात कर दिए थे। गुरुवार को सुबह इन दुकानों को फिर से खुलवाया गया ओर विवरण एकत्र करना शुरू किया गया। जीएसटी विभाग के राज्य कर अधिकारी जीतेंद्र चौहान के अनुसार कुछ दुकानों पर बिलों की फाइल अकाउंटेंट के यहां रखी थी, इसलिए विवरण एकत्र करने में विलंब हुआ है। कार्रवाई अभी जारी है। पटाखा व्यापारियों के अनुसार राजधानी में अधिकांश पटाखे शिवाकाशी से मंगाए जाते हैं तथा कारोबार बिल से ही किया जाता है। व्यापारियों ने कहा कि वे विभाग को पूरा सहयोग करने को तैयार हैं। उन्हें बस इस बात का दुख है कि सीजन के समय में कार्रवाई पूरी होने तक कारोबार नहीं करने दिया जा रहा है। थोक बाजार में आ रहे ग्राहकों को वापस लौटाया जा रहा है।व्यापारियों को बाहर से आने वाले माल का इनपुट क्रेडिट भी दिया जाता है। व्यापारियों का कहना है कि जब से चीन से आने वाले पटाखों पर प्रतिबंध लगा है, तब से बिना बिल का कारोबार बिल्कुल बंद हो गया है। थोक पटाखा बाजार के आसपास छोटी दुकानों पर कारोबार अब भी पहले की तरह हो रहा है। उल्लेखनीय है कि पटाखों पर 18 फीसद जीएसटी दर लागू है।