कहते है कि पति-पत्नी के बीच जन्मांतरण का साथ है। सुख-दुख में एक दूसरे साथ हमेशा खड़े रहते हैं, लेकिन एक पति अपनी पत्नी को इसलिए छोड़ना चाहता है कि वह मां नहीं बन सकी है। कुटुंब न्यायालय में उसने तलाक का आवेदन पेश कर दिया, जबकि पत्नी ने साथ रहना चाहती है। उसने कोर्ट में आवेदन पेश कर पति के साथ जाना चाहती है। पत्नी का कहना है कि पथरी के इलाज के लिए वह अपने मायके चली गई थी। उसके बाद पति लेने नहीं आया। वह पति के साथ रहना चाहती है। जबकि पति का कहना है कि उसकी पत्नी मां नहीं बन सकती है। उसे अपना वंश आगे बढ़ाना है। पति ने पहली पत्नी को तलाक देकर दूसरी शादी की थी। पहली पत्नी से भी इसी तरह की शिकायत थी। कोर्ट ने दोनों को जोड़ने की कोशिश भी की, लेकिन पति मानने को तैयार नहीं है।
इंदर कुंमार(परिवर्तित नाम) ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया था। तलाक के बाद उसने 13 अप्रैल 2015 को मुरार निवासी महिला से दूसरा विवाह किया। यह विवाह दोनों पक्षों के माता पिता की सहमति से हुआ। शादी में दान दहेज भी दिया। पत्नी ने दांपत्य जीवन का निर्वाहन किया, लेकिन सात साल में उन्हें बच्चा नहीं हो सका। इसको लेकर विवाद होने लगा। पत्नी की किडनी में पथरी का दर्द होने लगा और पत्नी पिता के घर फरवरी 2021 में इलाज के लिए चली गई, लेकिन पति उसे लेने नहीं पहुंचा। जब पिता ने ससुराल भेजने की कही तो पति ने मना कर दिया कि अब भेजने की जरूरत नहीं है। उसे साथ नहीं रख सकता है। वह पढ़ी लिखी नहीं है। गृहस्थी के अलावा उसे कोई कार्य नहीं आता है। इसी बीच पति ने तलाक का अावेदन पेश कर दिया कि पत्नी मां नहीं बन सकती है। उसे अपना वंश आगे बढ़ाना है। जब पत्नी को तलाक की जानकारी मिली तो उसने वापसी के लिए आवेदन पेश किया है।
पत्नी ने लगाए ये आरोप
– विवाह के कुछ दिन तक पति का अच्छा व्यवहार रहा, लेकिन कुछ दिन बाद पति व उसके स्वजनों का व्यवहार बदल गया।
– खाने-पीने के लिए भी अच्छा नहीं देते थे। हर वक्त दहेज में एक लाख रुपये मांगते थे।
– जब वह बीमार होती थी, तो पति इलाज के लिए लेकर नहीं जाता था। पिता के भरोसे इलाज कराना पड़ता था।










































