परीक्षा तारीख बढ़ाने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन

0

परीक्षा परिणामो जारी करने को लेकर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का रवैया सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। शायद यही वजह है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा लगातार देरी से परीक्षा परिणाम जारी करने की परंपरा निभाई जा रही है।जिसके चलते छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले, छिंदवाड़ा, सिवनी बैतूल व बालाघाट सहित 13 कालेजो के बच्चों का छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से मोहभंग हो रहा है।पिछले वर्ष बीए बीएससी और बीकॉम फर्स्ट ईयर के विद्यार्थियों का छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा संतोषजनक परीक्षा परिणाम जारी नही किया गया था।तो वही जिन 13 कालेजो के हजारों बच्चो को एटीकेटी दी गई थी उनका परीक्षा परिणाम जारी किए बिना ही उन्हें सेकेंड ईयर में एडमिशन दे दिया गया था।वही सेकेंड ईयर की एग्जाम 17 अक्टूबर से शुरु किए जाने का नोटिफिकेशन डाला गया था । जिसका छात्र छात्राओं द्वारा जमकर विरोध किया गया था जिनके विरोध को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन में सेकंड ईयर की परीक्षा की तारीख बढ़ा दी थी वही एटीकेटी की एग्जाम लेने के बाद सेकंड ईयर की परीक्षा शुरू करने की बात कही गई थी जहां विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा एटीकेटी की एग्जाम तो ली गई लेकिन जिन लोगों को एटीकेटी आई थी उन्हें परीक्षा देने के बाद भी पास नहीं किया गया और उनका रिजल्ट सुपर एटीकेटी में डाल दिया गया। अब विद्यार्थी फिर से परेशान हो रहे हैं क्योंकि कल से द्वितीय वर्ष की परीक्षा शुरू की जा रही है ऐसे में विद्यार्थ अपने भविष्य को लेकर असमंजस्य में है जिन्होंने पहले सुपर एटीकेटी के एग्जाम लेने उसका परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद ही द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं शुरू किए जाने की मांग की है वही मांग पूरी ना होने पर आचार संहिता के बाद हटाने के बाद सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने और की चेतावनी दी है।

2 दिन पूर्व जारी किया गया है एटीकेटी का रिजल्ट
बताया जा रहा है कि अभी 2 दिन पूर्व कालेज में अध्ययनरत प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं के पूरक परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए हैं। इस परिणाम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को सुपर एटीकेटी दी गई है। इसके बाद इनमें विद्यार्थियों में भयंकर आक्रोश है। चूंकि परीक्षा परिणाम आने से पहले ही विद्यार्थियों ने द्वितीय सत्र में प्रवश के लिए आवेदन कर दिया है और उनसे फीस भी ले ली गई है, जिसकी परीक्षा कल से शुरू होनी है। अब विद्यार्थियों का कहना है कि जब तक सुपर एटीकेटी के परिणाम की घोषणा नहीं होती, तब तक परीक्षा ना करवाई जाए। यदि परीक्षा होती है तो उनका पूरी तरह से तीन साल बर्बाद हो जाएंगे। आपको बताए कि कालेज में करीब आठ माह विलंब से परीक्षाएं हुई थीं।

एटीकेटी की परीक्षा देने पर आ गई सुपर एटीकेटी
विद्यार्थियों ने बताया कि वर्ष 2021-22 में बीए, बीकाम,बीएससी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने अगस्त माह में परीक्षा दी थी। जिसके परिणाम अप्रैल 2023 में आए, इस दौरान बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को फेल कर दिया। कटंगी कालेज में अकेले बीए में अध्ययनरत करने वाले करीब साढ़े चार सौ विद्यार्थियों में मात्र 11 विघार्थी ही उत्तीर्ण हुए, जब विरोध प्रकट किया गया तो पुनः परीक्षा परिणाम घोषित किए गए तो आधे से अधिक विद्यार्थियों को पूरक मिली। जिनने पूरक परीक्षा दी तो इसमें शामिल आधे से अधिक विद्यार्थियों को फिर सुपर एटीकेटी में डाल दिया गया।

विद्यार्थी असमंजस में, उनका भविष्य कैसा होगा
बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों ने द्वितीय सत्र के लिए आवेदन कर दिया और पढ़ाई भी शुरू कर दी, लेकिन एटीकेटी के परीक्षा परिणाम ने उन्हें चौंका दिया। विद्यार्थी अब असमंजस में हैं कि उनका भविष्य कैसा होगा। कालेज में वैसे ही परीक्षाएं छह माह देरी से शुरू हुई और फिर परीक्षा परिणाम भी समय पर नहीं आया। इस बीच नए सत्र की शुरुवात हो गई तो विद्यार्थियों ने नए सत्र के लिए आवेदन कर दिया, जिसकी परीक्षा की तिथि का एलान हो चुका है। जिन विद्यार्थियों के सुपर एटीकेटी में पुनः परीक्षा का मौका दिया है वो तमाम विद्यार्थी, अब द्वितीय वर्ष की परीक्षा की तिथि बढ़ाने की मांग कर रहे है।

जब से छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय में गया है कॉलेज तभी से परेशान है विघार्थी
बताया जा रहा है कि करीब चार साल पूर्व ही रानी दुगार्वती विश्वविद्यालय से संबंधित बालाघाट जिले को छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से संबंधित कर दिया गया है। जिसके बाद से ही जिले के समस्त शासकीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं शिक्षण संबंधी समस्याओं को लेकर परेशान हो रहे है। इस बार भी छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय ने प्रथम वर्ष सेप्लीमेंट्री का परिणाम घोषित किए बिना ही द्धितीय वर्ष की परीक्षा की तारीख घोषित कर दी है। जिससे ये विद्यार्थी नाराज हो थे। और उन्होंने कालेज का चैनल गेट बंद कर कॉलेज के भीतर जमकर प्रदर्शन किया था जहां विद्यार्थियों के आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा द्वितीय वर्ष की परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था। वही एटीकेटी की दोबारा परीक्षा लेने के लिए तिथि का ऐलान किया था।जब विद्यार्थियों ने दोबारा एटीकेटी की परीक्षा दी तो उनका परीक्षा परिणाम सुपर एटीकेटी में आया है कुल मिलाकर दो बार एग्जाम देने के बाद भी बच्चों को पास नहीं किया गया है जिसके चलते बच्चे सेकंड ईयर की परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं अब विद्यार्थियों ने धरना प्रदर्शन कर सुपर एटीकेटी की परीक्षा लेने और उसका परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद ही द्वतीय वर्ष की परीक्षाएं शुरू किए जाने की मांग की है

जब पास ही नहीं हुई तो कैसे देंगे सेकंड ईयर की एग्जाम
बताया जा रहा है कि हाल ही में जारी किए गए एटीकेटी परीक्षा परिणाम में हजारों विद्यार्थियों को एटीकेटी से निकलकर सुपर एटीकेटी में डाल दिया गया है।जहा अब परीक्षा परिणामो के बिना हजारों विघार्थियों को इस परीक्षा में शामिल नही किया जा रहा है।जिसको लेकर विघार्थियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा हैं। क्यो की बच्चो की कल से सेकेंड ईयर की एग्जाम होनी है। लेकिन उनका फस्ट ईयर सुपर एटीकेटी की ना तो पढ़ाई कराई है।और ना ही सुपर एटीकेटी परीक्षा की तिथि घोषित की गई है । जिसके चलते हजारों विघार्थी सेंकेंड ईयर परीक्षा के लिए फार्म नही भर पा रहे है।ऐसे में यदि एग्जाम डेट नही बढाई जाती।या जल्द से जल्द से सुपर एटीकेटी की परीक्षा का आयोजन कर रिज़ल्ट जारी नही किया जाता। तब तक यह विद्यार्थी परीक्षा से वंचित रहेंगे

बिना अंक जोड़े ही जारी कर दिया रिजल्ट
चर्चा के दौरान पीजी कालेज की छात्राओं ने बताया कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के पोर्टल में परीक्षा परिणाम नहीं दिख रहा है, किसी विद्यार्थी को कभी पास तो कभी फेल दिखाया जा रहा है तो कभी उसी बच्चे को पूरक दिखाया जा रहा है ।वहीं सीसी के अंक भी गड़बड़ी की गई है। वहीं कुछ छात्रों को बहुत कम अंक दिए गए हैं तो कई छात्रों को एक अंक भी नहीं मिला है।जो परीक्षा परिणाम आया है उसमें ज्यादातर बच्चो को फेल कर दिया गया है तो किसी के अंक ही नहीं दीए गए।अधिकांश बच्चो को सुपर एटीकेटी आई है। अब जब तक सुपर एटीकेटी की एग्जाम कराकर रिजल्ट जारी नहीं किया जाता तब तक सेकंड ईयर की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए।

किसी को शून्य,किसी को एक ,किसी को दो तो किसी को अनुपस्थित बताया गया है।
एटीकेटी का रिजल्ट,, सुपर एटीकेटी के रूप में आने, और सेंकेंड ईयर परीक्षा के किए उनके फार्म ना भरे जाने से नाराज विघार्थियों ने बताया कि छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी द्वारा पिछले साल जारी किए गए बच्चों के रिजल्ट में काफी अनियमितताएं है। कुछ के परीक्षा परिणामों में सीसीए के अंक नहीं चढ़ाए गए हैं, तो वही परीक्षा देने के बावजूद भी किसी बच्चे को अनुपस्थित बताया गया है। इसके अलावा कुछ बच्चों के रिजल्ट में प्रैक्टिकल के अंक नहीं जोड़े गए हैं। किसी को शून्य तो किसी को एक दो 5 या 7 अंक दिए गए हैं। ऐसे कई बच्चे हैं जिनका खराब रिजल्ट आया है ।हमसे बार-बार इसी समस्या को लेकर आवेदन लेते हैं लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती। हर बार एक ही समस्या के लिए हमें बार-बार परेशान होता होना पड़ता है। पिछले साल जो रिजल्ट जारी किया गया था।उसमें अधिक ऐसे बच्चे हैं जिनका रिजल्ट खराब आया है। जिन्होंने एटीकेटी की परीक्षा दिया उसका परिणाम अब सुपर एटीकेटी के रूप में आ गया। जिसकी विरोध में छात्रों ने कॉलेज में जमकर नारेबाजी करते हुए कॉलेज प्रबंधन और कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौपा है जिसमें उन्होंने सेकंड ईयर की परीक्षा तिथि को एक बार फिर से आगे बढ़ाने की मांग की है

तो सड़क पर उतरकर करेंगे विरोध प्रदर्शन- ऋषभ सहारे
विरोध प्रदर्शन को लेकर की गई चर्चा के दौरान सुई कॉलेज अध्यक्ष हरि ने बताया कि हम पिछले दो वर्षों से परीक्षा परिणाम में सुधार की मांग कर रहे हैं इसके पूर्व भी विश्वविद्यालय ने जो रिजल्ट जारी किया था उसमें 600 से अधिक बच्चे फेल हो गए थे इस बार विश्वविद्यालय के समस्त कॉलेज को मिलाकर करीब ढाई हजार से अधिक बच्चे फेल हो गए हैं उसमें कुछ बच्चों को एटीकेटी दी गई है और एटीकेटी का परीक्षा परिणाम भी सुपर एटीकेटी के रूप में आया है जिसको लेकर विद्यार्थी परेशान है हमारी मांग है कि जल्द से जल्द सुपर एटीकेटी की परीक्षा का आयोजन कर परीक्षा परिणाम जारी किया जाए और उसके बाद ही सेकंड ईयर की परीक्षा ली जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो आदर्श आचार संहिता हटने के बाद समस्त विद्यार्थी सड़कों पर उतरकर कलेक्टर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here