पीड़िता के साथ हुए बलात्कार के मामले में राजीनामा करवाने के लिए आरोपी ने अपनी सौतेली बहन के साथ एक षड्यंत्र के तहत पीड़िता के पिता को बलात्कार के झूठ कैसे फसाने के साथ ही 1लाख रुपये की मांग कर दी। पिछले 4 दिन से ब्लैकमेलिंग से परेशान इस व्यक्ति ने कोतवाली बालाघाट पहुंचकर नगर निरीक्षक प्रकाश वास्कले को अपनी व्यथा सुनाई। नगर निरीक्षक श्री वास्कले ने इस व्यक्ति की व्यथा सुनकर तत्काल कार्रवाई करते हुए इस मामले में इस व्यक्ति को राजीनामा करवाने के नाम पर ब्लैकमेल कर रहे शहबाज उर्फ बिट्टू पिता फिरोज खान25 वर्ष निवासी ग्राम अमोली लालबर्रा और उसकी सौतेली बहन शीतल पंचेश्वर पिता स्व प्रतापसिंह पंचेश्वर 28 वर्ष वार्ड नंबर 5 बैहर चौकी बालाघाट निवासी को गिरफ्तार कर लिये। दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पीड़ित व्यक्ति की कपड़े की दुकान है जिसकी नाबालिग बेटी के साथ शहबाज उर्फ बिट्टू के द्वारा दुष्कर्म किया गया था
यह मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। 5 महीने पहले ही शहबाज जेल से छूटकर आया था। तभी से वह बलात्कार के मामले में राजीनामा करने के लिए पीड़िता के पिता पर दबाव बना रहा था। किन्तु पीड़ित इस व्यक्ति ने राजीनामा करने से मना कर दिया था और इसके बाद आरोपी शहबाज उर्फ बिट्टू ने बालाघाट में रहने वाली अपनी सौतेली बहन शीतल पंचेश्वर के साथ इस व्यक्ति को राजीनामा करवाने दबाव बनाने के लिए एक षड्यंत्र रचे थे। घटना के तीन-चार महीने पहले शीतल पंचेश्वर , रितु लिल्हारे के नाम से पीड़िता के पिता की दुकान में कपड़े खरीदने के लिए जाने लगी और उसने पीड़िता के पिता से अपनी जान पहचान बढ़ाई। जान पहचान इतनी बढ़ी की पीड़िता का पिता और रितु लिल्हारे दोनों मोबाइल से बातचीत करने लगे धीरे-धीरे दोनों के बीच अच्छी खासी दोस्ती हो गई। पीड़िता के पिता ने रितु लिल्हारे को उधारी में कपड़े भी दिए थे किंतु जब पीड़िता के पिता ने रितु लिल्हारे से कपड़े उधारी के पैसे मांगे तो रितु लिल्हारे ने पीड़िता के पिता को पैसे देने से मना कर दी और धमकाने लगी की अगर पैसे मांगे तो तुम्हें बलात्कार के झूठे केस में फंसा दूंगी कहकर धमकाने लगी और वह उल्टे पीड़िता के पिता से रूपयो की मांग करने लगी। पीड़िता के पिता ने अलग-अलग किस्तों में रितु लिल्हारे को 15 हजार रुपये नगद दिए थे । 23 जनवरी 2024 को रितु लिल्हारे पीड़िता के पिता के दुकान कपड़े लेने बालाघाट से लालबर्रा आई थी और उसने पीड़िता के पिता को मोटरसाइकिल से बालाघाट छोड़ने बोली। तब पीड़िता का पिता रितु लिल्हारे को मोटरसाइकिल में लेकर रात्रि 9:30 बजे उसके रूम करुणा नगर बूढ़ी बालाघाट पहुंचा। रितु लिल्हारे ने इस व्यक्ति को कमरे में बैठने के लिए बोली तब यह व्यक्ति कमरे में बैठ गया इसके बाद रितु लिल्हारे ने इस व्यक्ति को शारीरिक संबंध बनाने के लिए बोली और उसके शर्ट उतार दी। इतने में अचानक उस कमरे में शहबाज उर्फ बिट्टू आ गया और फोटो वीडियो बनाने लगा ।शहबाज उर्फ बिट्टू की इस हरकत से यह व्यक्ति घबरा गया। जिसने शहबाज को बोला कि यह क्या कर रहे हो। शहबाज ने इस व्यक्ति से बोला कि मैंने तुम्हारा वीडियो बना लिया है यदि तुमने पुराने केस में राजीनामा नहीं करोगे तो मैं अपने मोबाइल में लिए फोटो वीडियो वायरल कर तुम्हें बदनाम कर दूंगा और यह भी बोला रितु लिल्हारे को मैंने ही समझा कर प्लानिंग के साथ भेजा था। शहबाज और रितु लिल्हारे दोनों ने इस व्यक्ति को पुराने केस में राजीनामा करने दबाव बनाने के साथ 1लाख रुपये की मांग करने लगे। नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगे। इसके बाद यह व्यक्ति अपने घर आ गया और अपने परिवार वालो को घटना के सम्बंध में बताया की शहबाज और रितु लिल्हारे केस में राजीनामा करने के लिए दवाब दे रहे है तथा 1 लाख रुपये के लिए धमका रहे हैं । शहबाज उर्फ बिट्टू और रितु लिल्हारे द्वारा की जा रही ब्लैकमेलिंग से परेशान यह व्यक्ति 26 जनवरी को कोतवाली बालाघाट पहुंचा और नगर निरीक्षक प्रकाश वास्कले को अपनी व्यथा सुनाई। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में इस व्यक्ति द्वारा की गई रिपोर्ट पर शहबाज उर्फ बिट्टू और रितु लिल्हारे के विरुद्ध धारा 384 388 506 195ए 341 120बी भादवी के तहत अपराध दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की गई। जांच में पता चला कि रितु लिल्हारे का असली नाम शीतल पंचेश्वर है जो बालाघाट में बैहर चौकी वार्ड नंबर 5 में रहती है और वह शहबाजउर्फ बिट्टू के रिश्ते में उसकी सौतेली बहन लगती है।उप निरीक्षक किरण वरकडे ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इस मामले मेंएक के बाद एक करके शहबाज उर्फ बिट्टू और उसकी तथाकथित सौतेली बहन शीतल पंचेश्वर उर्फ रितु लिल्हारे को गिरफ्तार कर लिए। 27 जनवरी को उप निरीक्षक किरण वरकड़े ने दोनों को बालाघाट की विद्वान अदालत में पेश कर दिए ।जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।