लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग स्थित सर्राटी नदी का पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुका है और क्षतिग्रस्त पुलिया से आवागमन न करे क्षेत्रीयजन उसके लिए मार्ग के दोनों ओर मिट्टी व पत्थर का ढेर लगा दिया गया है परन्तु लालबर्रा मुख्यालय आने का सीधा मार्ग होने के कारण दर्जनों ग्रामों के ग्रामीणजन, स्कूल व कालेज के छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त पुलिया के ऊपर से आना-जाना कर रहे है जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा घटित हो सकता है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत व मार्ग के बीच में मिट्टी व पत्थर के रखे गये ढेर को समतल नही किया गया है जिससे राहगीरों व ग्रामीणजनों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। विदित हो कि शासन के द्वारा विगत वर्ष पूर्व मंडी बोर्ड निधि से जनपद पंचायत लालबर्रा के पुराने भवन से लेकर तहसील मार्ग होते हुए बोरी पहुंच मार्ग का निर्माण एवं सर्राटी नदी पर पुलिया का लाखों रूपयों की लागत से निर्माण किया गया था परन्तु बारिश केे दिनों में अत्यधिक बारिश होने पर नदी में बाढ़ आने पर पुलिया मार्ग के दोनों छोर से क्षतिग्रस्त होने के साथ ही नीचे की मिट्टी धसक चुकी है परन्तु पुलिया क्षतिग्रस्त हुए ४ माह बित जाने के बाद भी वर्तमान समय तक किसी प्रकार कर मरम्मत कार्य नही किया गया है। वहीं प्रशासन के द्वारा क्षतिग्रस्त पुलिया से आवागमन पर प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिया के दोनो ओर मार्ग के बीच में मिट्टी व पत्थर कर ढेर लगा दिया गया है ताकि लोग आवागमन न कर सके परन्तु सूचना बोर्ड एक ही ओर लगाया गया है वहां भी स्पष्ट रूप से दिखाई नही दे रहा है एवं दूसरी ओर सूचना बोर्ड (संकेतक बोर्ड) नही लगाया गया है जिसके कारण क्षेत्रीयजन व स्कूली बच्चें क्षतिग्रस्त पुल से आवागमन कर रहे है और मार्ग के बीच में मिट्टी व पत्थर के ढेर होने के कारण आवागमन करने में उन्हे खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मिट्टी व पत्थर के ढेर के ऊपर से मोटरसाइकिल व साइकिल निकाल रहे है ऐसी स्थिति में अगर मोटरसाइकिल व साइकिल अनियंत्रित होती है तो वे सीधे मिट्टी के ढेर के समीप बने करीब १० फीट खाई में गिरकर घायल हो सकते है और बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है परन्तु प्रशासन के द्वारा क्षतिग्रस्त पुलिया के मरम्मत कार्य करवाने की कोई सुध नही ली जा रही है जिसके कारण मार्ग से आवागमन करने वाले ग्रामीणजनों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। शासन-प्रशासन से क्षतिग्रस्त पुलिया का निर्माण व मार्ग के बीच में रखे मिट्टी व पत्थर के ढेर को जल्द हटाने की मांग की है।