फरखंदा बनी आईएएस अधिकारी, यूपीएससी में हासिल की 67 वीं रैंक

0

बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।
पदमेश न्यूज़ में पहली बार कलेक्टर बी चंद्रशेखर को देखा तो कक्षा आठवीं में पढ़ाई कर रही युवती फरखंदा ने कलेक्टर बनने के ठान ली। जहां अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई कर यूपीएससी परीक्षा में 67वीं रैंक हासिल कर आईएएस कैडर हासिल किया। बचपन में देखे कलेक्टर बनने के सपने को बालाघाट की बेटी फरखंदा कुरैशी ने पूरा कर दिखाया है। जिससे न सिर्फ फरखंदा कुरैशी के परिवार में खुशियो का माहौल है।बल्कि बालाघाट मुस्लिम समाज और अंजुमन इस्लामिया कमेटी ने भी उनके घर पहुंच कर उनका स्वागत कर उन्हें बधाई दी है।

03 प्रयास में नहीं मानी हार, चौथे में मिली सफलता
दरअसल मंगलवार को यूपीएससी के फायनल रिजल्ट की घोषणा की गई। जिसमें बालाघाट शहर के अधिवक्ता अब्दुल मलिक कुरैशी की बड़ी बेटी फरखंदा कुरैशी ने 67 वीं रैंक हासिल की है। जिसमें उसे आईएएस कैडर मिला है।बेटी की इस सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है। तो वही आईएएस कैडर में चयनित फरखंदा कुरैशी ने यह सफलता, अपने चौथे प्रयास में की है। तीसरे प्रयास में वह इंटरव्यु तक पहुंची थी, लेकिन सूची में उसका नाम नहीं था, लेकिन उससे हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में उसे यह बड़ी सफलता मिली है।जिनकी इस उपलब्धि पर पूरा बालाघाट गौरांवित महसुस कर रहा है।

यूपीएससी का रिजल्ट आते ही झुम उठा परिवार
मंगलवार को यूपीएससी के घोषित फायनल परिणाम के बाद फरखंदा का पूरा परिवार खुशी से झूम उठा और चारों तरफ से बधाइयों का दौर शुरू हो गया।फरखंदा ने मीडिया से चर्चा करते हुए इस पूरी यात्रा को बयां किया।फरखंदा ने बताया कि भूगर्भ शास्त्र में स्नातक के बाद 2019 से वह, यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। 2021, 2022 और 2023 में तीन प्रयास असफल रहा था।जिसके बाद 2024 में चौथा प्रयास किया। जिसमें उन्हें सफलता हाथ लगी है।

पदमेश न्यूज़ में देखा कलेक्टर को,तो कलेक्टर बनाने की ठान ली
फरखंदा, ने बताया कि जब वो कक्षा आठवीं की पढ़ाई कर रही थी। तब उन्होंने पदमेश न्यूज़ में पहली बार कि बालाघाट के तत्कालीन कलेक्टर बी. चंद्रशेखर की कार्यप्रणाली को देखकर, उसने आईएएस बनने की प्रेरणा ली। जिसमें परिवार ने पूरा सहयोग किया।

टॉपर रही है फरखंदा
फरखंदा ने 10 वीं की सीबीएसई की परीक्षा में सीजीपीए ग्रेड हासिल की थी तो वह 12 वीं में 92 प्रतिशत अंक हासिल कर, टॉप रही थी। इसके अलावा उन्होंने भूगर्भ शास्त्र से स्नातक किया है और वर्तमान में वह भूगर्भशास्त्र से ही एमए कर रही है।

6 महीने की कोचिंग और फिर की ऑनलाइन पढ़ाई
फरखंदा ने बताया कि कोविड के पहले उन्होंने दिल्ली में 06 महिने तक कोचिंग की। इस दौरान उनकी मां का पूरा सहयोग रहा। जिसके बाद वह कोविड में घर आ गई और घर से ही ऑनलाईन स्टडी की। फरखंदा बताती है कि वह प्रतिदिन 8 घंटे पढ़ाई करती थी। इस दौरान ऑनलाईन, वह न्यूजपेपर और स्टडी से संबंधित मटेरियल से उन्होंने तैयारी की। उनकी पढ़ाई में उनके परिवार का भरपूर सहयोग मिला।

मेहनत और लगन से मिली सफलता
फरखंदा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मेहनत और लगन के बिना सफलता हासिल नहीं की जा सकती।उन्होंने, यूपीएससी की तैयारी करने वालों को टिप्स देते हुए बताया कि प्रीलिम्स और मेंस के उत्तरों के साथ ही टॉपरों का स्टडी मटेरियल, आपके लक्ष्य के लिए बैंचमार्क स्थापित करता है। मेहनत और लगन से यदि कोई तैयारी करना चाहता है तो अपने स्टडी रूम में सिलेबस को वॉल से स्टिक कर दे और अपना फोकस बनाए रखे। यदि कोई भी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य को केंद्रित रखें पढ़ाई करेगा तो उसे सफलता जरूर मिलेगी

अब मैं अपनी बेटी के नाम से पहचाना जा रहा हु- मलिक
बेटी की इस उपलब्धि से फरखंदा के पिता अब्दुल मलिक कुरैशी और मां निकहत अंजुम कुरैशी, खुश है। पिता अब्दुल मलिक कुरैशी, बताते है कि आज वह बेटी के नाम से पहचाने जा रहे है, यह सबसे बड़ी खुशी है।

अंजुमन इस्लामिया कमेटी में घर पहुंच कर दी बधाई
फरखंदा की इस उपलब्धि से न सिर्फ परिवार बल्कि पूरा मुस्लिम समाज और पूरा जिला अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। जहां यूपीएससी का रिजल्ट जारी होने के बाद फरखंदा की उपलब्धि की जानकारी लगते ही उनके घर में सामाजिक बन्धुओ, परिचितों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। तो वही जिले सहित रिश्तेदारों और परिचितों द्वारा फोन कॉल कर उन्हें बधाई दी जा रही है।इसी बीच फरखंदा की उपलब्धि की जानकारी मिलते ही अंजुमन इस्लामिया कमेटी बालाघाट के सभी पदाधिकारी सदस्य उनके घर पहुंचे।जहा उन्होंने फरखंदा को पुष्प गुच्छ भेट कर उनकाइस्तकबाल किया वही मुंह मीठा कराकर उन्हें बधाई दी है। जिन्होंने पूरे मुस्लिम समाज की ओर से उन्हें बधाई प्रेषित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।इस दौरान अंजुमन इस्लामिया कमेटी सदर हाजी फारूक शेख , हाजी आलम सर, पूर्व सदर अनीश मेमन, नईम भाटी, अहमद परवेज,आदिल खान पटेल, अब्दुल कदीर, समीर हुसैन, अबरार मदनी, हारून खान,

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here