नगर मुख्यालय के तहसील कार्यालय के समीप से होकर गुजरे लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग स्थित सर्राटी नदी में विगत वर्ष पूर्व लाखों रूपयों की लागत से पुल का निर्माण किया गया था परन्तु निर्माण कंपनी के द्वारा पुल का निर्माण कार्य में अनियमितता बरतते हुए घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया था। जिसके कारण पिछले वर्ष हुई तेज बारिश व नदी में बाढ़ आने से पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस तरह से निर्माण कंपनी एवं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। अगर पुल का गुणवत्तापूर्ण निर्माण किया जाता तो पुल क्षतिग्रस्त नही होता परन्तु निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती गई थी। जिसके कारण कुछ ही सालों में पुल क्षतिग्रस्त हो गया है और पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण आने-जाने वाले लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही गर्मी के दिनों में नदी में पानी नही होने के कारण राहगीर, ग्रामीण व कालेज पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं वर्तमान समय मेें क्षतिग्रस्त पुल के बाजू सर्राटी नदी के अंदर से आना-जाना कर रहे है परन्तु एक माह बाद बरसात प्रारंभ हो जायेगी। जिसके बाद बारिश होने से सर्राटी नदी में पानी बहने लगेगा और सर्राटी नदी में पानी बहने से फिर लोगों को इस मार्ग से आने-जाने मेें बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही नदी में बाढ़ आने पर पुल पुरी तरह से ढह कर बह जायेगा इसलिए बोरी, बल्हारपुर सहित अन्य ग्रामों के ग्रामीणजन, राहगीर व कालेज एवं स्कूल पढऩे वाले छात्र-छात्राओं ने शासन-प्रशासन से बरसात शुरू होने के पहले क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत कार्य या नवीन पुल का निर्माण करवाने की मांग की है ताकि आने-जाने मेें हो रही परेशानियों से निजात मिल सके।
भोपाल के ब्रीज एक्सपर्ट की टीम के निरीक्षण के बाद भी नही हुआ मरम्मत कार्य
आपकों दे कि लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग स्थित सर्राटी नदी पर विगत वर्ष पूर्व मंडी निधि बोर्ड से लाखों रूपयों की लागत से पुल का निर्माण किया गया था परन्तु यह निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण पिछले वर्ष हुई तेज बारिश में नदी में बाढ़ आने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया क्योंकि नदी में बाढ़ आने से नदी के दोनों साइड की मिट्टियों का तेजी से कटाव होने के कारण पुल के दोनों साइड की सडक़े तेजी से बह गई एवं पुल क्षतिग्रस्त हो गया है और पुल के क्षतिग्रस्त होने से एक दर्जन से अधिक ग्रामों के ग्रामीणजनों, राहगीर व पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि यह एक ऐसा मार्ग था जिससे आने से ग्रामीणों को कम दूरी तय करने पर शासकीय तहसील कार्यालय, लोकसेवा केंद्र, महाविद्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जनपद पंचायत सहित अन्य शासकीय कार्यालय मिल जाते थे और इस मार्ग पर यातायात कम होने के कारण ट्राफिक भी कम होता है जिससे ग्रामीणजन जल्दी ही नगर मुख्यालय पहुंच जाते थे। लेकिन सर्राटी नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण एक दर्जन से अधिक ग्राम के ग्रामीणजनों के साथ ही किसानों को भी परेशानी हो रही है और सबसे अधिक परेशानी स्कूल एवं कालेज में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को रही है। वहीं क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत या नवीन निर्माण कार्य करवाने के लिए जिला प्रशासन को भी कई बार जागरूक नागरिकों के द्वारा अवगत करवाया गया है एवं क्षेत्रीय विधायक के द्वारा भी निरीक्षण किया गया है परन्तु अब तक पुल का किसी तरह का मरम्मत कार्य प्रशासन के द्वारा नही करवाया गया है। साथ ही १ जनवरी २०२४ को भोपाल से ब्रीज एक्सपर्ट आये थे जिनके द्वारा क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण कर टेस्टिंग की गई थी जिससे करीब साढ़े चार माह होने लगे है परन्तु अब तक किसी प्रकार का कोई कार्य नही करवाया गया है । जिससे ग्रामीण व राहगीरों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है और बारिश शुरू होने के पहले क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत कार्य या नवीन निर्माण नही करवाया गया तो इस वर्ष की तेज बारिश व बाढ़ आने से पुरा पुल बहकर ढह जायेगा। जिससे शासन-प्रशासन को लाखों रूपयों का नुकसान हो सकता है परन्तु प्रशासन की उदासीनता के चलते ऐसा लग रहा है कि इस वर्ष लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग स्थित सर्राटी नदी में बने क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत कार्य नही हो सकता और समस्या जस की तस बनी रहेगी।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग के महाप्रबंधक गजेन्द्रसिंह लारिया से दूरभाष पर लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग स्थित सर्राटी नदी पर बने क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण करवाने के संंबंध में चर्चा करने का प्रयास किया गया परन्तु संपर्क नही हो पाया।