नगर मुख्यालय से लगभग ५ किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत बोरी में शासकीय महाविद्यालय लालबर्रा का राष्ट्रीय सेवा योजना का ७ दिवसीय शिविर ४ फरवरी से जारी था जिसका समापन १० फरवरी को समारोहपूर्वक किया गया। यह समापन कार्यक्रम शासकीय महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्रीमती भारती पारधी के मुख्य आतिथ्य, प्राचार्य डॉ. एसके खण्डायत की अध्यक्षता एवं बोरी सरपंच श्रीमती मंजू बारमाटे के विशेष आतिथ्य में प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर सर्वप्रथम उपस्थितजनों ने माँ सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्र’वलित कर माल्यार्पण किया। आयोजित ७ दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के द्वारा ग्राम में स्व’छता, नशामुक्ति, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे गंभीर विषयों पर जनजागरूकता रैली निकालकर लोगों क ो जागरूक किया गया एवं दोपहर २.३० बजे से बौध्दिक सत्र के दौरान विभिन्न विषयों पर शिविरार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई एवं समापन के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें एनएसएस के शिविरार्थियों के द्वारा नृत्य, गीत व भाषणों की मनमोहक प्रस्तुती दी गई जिसके बाद अतिथियों के हस्ते आयोजित शिविर में हुए विभिन्न गतिविधियों में बनाये गये ४ गु्रपों को प्रमाण पत्र देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्रीमती भारती पारधी ने शिविरार्थियों से कहा कि एनएसएस का शिविर से अनुशासन के साथ ही जीवन में क्या महत्वपूर्ण है उसके बारे में सीखने को मिलता है जिसे आत्मसात कर आप सभी जीवन में आगे बढ़ सकते है। प्रभारी प्राचार्य सुरेंद्र खंडायत ने कहा कि महान कवि तुलसीदास जी ने कहा था कि दूसरों की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता है और राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल उद्देश्य यह होता है कि सामाजिक रूप से जुड़कर अपने व्यक्त्वि का विकास करते हुए राष्ट्र सेवा में अपना योगदान देना और जिस तरह से इस राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़कर समाज हित में कार्य करके महाविद्यालय को गौरवांवित किया है उसी तरह से अपने कैरियर निर्माण में भी विशेष ध्यान देकर अपना भविष्य बेहतर बनाये ताकि इस राष्ट्रसेवा व समाजसेवा को हम एक महत्वपूर्ण पद में रहकर संचालित कर सके क्योंकि शासकीय सेवा भी अपने आप में राष्ट्रीय सेवा का एक माध्यम है।