प्रतिवर्ष लाखों रुपए का राजस्व वसूल करने वाली नगरपालिका अपनी तीसरी आंख का इलाज तक नहीं करा पा रही है। जिसके चलते शाम के वक्त जहां नपा में असामाजिक तत्वों का डेरा जमा रहता है तो वहीं नगर पालिका में आए दिनों चोरी की वारदातें बढ़ गई है।
बावजूद इस पर भी नगरपालिका प्रबंधन का वर्षो से खराब पड़े सीसीटीवी कैमरे पर कोई ध्यान नहीं है। जिससे नगर पालिका की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे नजर आ रही है।
जिसे दुरुस्त कराने की जहमत भी अब तक नगर पालिका प्रबंधन द्वारा नहीं उठाई गई है। या फिर यह कहा जाए कि नगरपालिका जानबूझकर वर्षो से बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे को नहीं सुधार रही है। जिसके चलते वर्ष 2016 में जहां-तहां लगाए गए सीसीटीवी कैमरे कई वर्षो से बंद पड़े हुए हैं।
आपको बताएं कि नगरपालिका कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर नजर रखने, चोरी सहित अन्य अप्रिय घटनाओं को रोकने, असामाजिक तत्वो पर रोक लगाने और नगरपालिका की सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जनता के टैक्स से वर्ष 2016 में ,नपा में जहा तहा 17 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। 10 लाख 56हजार रु की लागत से लगाए गए सीसीटीवी कैमरो के बाद नपा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार लोगों द्वारा तरह तरह के दावे किए गए थे। लेकिन कैमरे लगाने के कुछ माह बाद ही एक-एक कर सभी सीसीटीवी कैमरे बंद हो गए।










































