सोयाबीन किसान दिवस एवं भविष्य की खेती मॉडल विषय पर कार्यशाला एवं चिंतन कार्यक्रम आगामी 17 सितंबर ,शनिवार को सुबह 11 बजे से आयोजित किया गया है। इसके आयोजक कृषक जगत और समर्थ सोसायटी, भोपाल हैं।
सांसद शंकर लालवानी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। पूर्व प्रधान वन संरक्षक डॉ. पी.सी. दुबे व सीवी रमन विश्वविद्यालय, खंडवा के कुलपति डॉ. अरूण जोशी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय कार्य परिषद् के सदस्य अनंत पंवार व सुमिटोमो केमिकल इंडिया लि. के नेशनल मैनेजर डॉ. प्रभाकर चौधरी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कृषि विशेषज्ञ व अतिथि वक्ता डॉ. व्ही.पी. सिंह बुंदेला भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि ग्राम मोरोद-माचल, तेजाजीनगर के पास, खंडवा रोड़, इंदौर में कृषक-सहभागिता अनुसंधान फार्म स्थापित किया गया है, जहाँ पर उन्नत तकनीकी के साथ लगभग 200 सोयाबीन प्रजातियों का प्रदर्शन प्लाट लगाया गया है। कृषि के क्षेत्र में इंदौर में कृषक सहभागिता अनुसन्धान में देश का पहला ऐसा अनूठा अनुसन्धान होगा, जहाँ कृषि वैज्ञानिक,अनुसन्धान विशेषज्ञ एवं कृषक मिलकर उन्नत तकनीकी एवं फसल प्रजातियों का चयन कृषक के अपने खेत /फार्म पर अपने-अपने अनुभव के आधार पर करेंगे। चयनित फसल प्रजाति एवं तकनीकी प्रसार का माध्यम कृषक ही होंगे। आशा है इस अनूठे अनुसन्धान प्रयोग से कम समय में, उन्नत तकनीकी कृषकों तक पहुँचने में मदद मिलेगी और कृषकों की भागीदारी उन्नत तकनीकी प्रसार का माध्यम बनेगी।
इस अनूठे अनुसन्धान प्रयोग का उद्देश्य कृषकों की आय दुगुनी करने का प्रयास करना ,फसल उत्पादकों की कृषि उपज मंडी पर विक्रय निर्भरता को कम करना, नवीन कृषि अनुसन्धान एवं कृषि उत्पादन तकनीक से कृषकों को अवगत कराना, अनुवांशिक शुद्धता के बीज हेतु जीन बैंक की स्थापना करना, ताकि कृषक बीज उत्पादन के क्षेत्र में स्वावलम्बी बन सके। इसके अलावा कृषि उत्पादन लागत को कम करना,जैविक संसाधनों /तकनीकी द्वारा भूमि सुधार एवं फसल संरक्षण तकनीकी की जानकारी चौपाल के माध्यम से प्रदान कर कृषि हित में कार्य करते हुए किसानों को आत्मनिर्भर बनाकर ग्रामीण विकास करना है।










































