सारी अटकलें पर विराम लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी द्वारा 92 प्रत्याशियों की पांचवी सूची 21 अक्टूबर को जारी कर दी गई जिसमें बालाघाट विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 111 से भारतीय जनता पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी के रूप में मौसम बिसेन को अपना प्रत्याशी बनाया है तो वही वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 112 से निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया गया है जबकि बालाघाट विधानसभा में सभी को लग रह था की इस बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा बालाघाट विधानसभा से गौरीशंकर बिसेन ही भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी बनाए जाएंगे किंतु अंतिम समय में भाजपा द्वारा बालाघाट विधानसभा से मंत्री गौरी शंकर बिसेन की जगह युवा चहरे को शीर्ष नेतृत्व ने उनकी जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को बालाघाट विधानसभा से प्रत्याशी बनाया
आपको बता दे की लंबे समय से बहुचर्चित विधानसभा बालाघाट और वारासिवनी में भाजपा के प्रत्याशी को लेकर सभी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे कि आखिरकार इन दोनों विधानसभा में भाजपा द्वारा किसे अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया जाता है
जबकि इन दोनों विधानसभाओं में कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशी उतारे जाने के बाद लोगों की निगाहें और भी तेज हो गई थी कि आखिरकार भाजपा द्वारा इन विधानसभाओं में किन्हे अपना प्रत्याशी बनती है एवं बालाघाट विधानसभा से लोगों को लग रह था की भाजपा गौरीशंकर बिसेन को ही अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करेगी किंतु अंतिम समय में पांचवी सूची जारी होने पर पता चला की मंत्री गौरी शंकर बिसेन की जगह युवा चहरे को शीर्ष नेतृत्व ने उनकी जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को बालाघाट विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है वही वारासिवनी विधानसभा में भी लंबे समय से निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल के भाजपा में शामिल होने को लेकर काफी विवाद चला रहा एवं जैसे ही निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने भाजपा की सदस्यता ली उसके बाद यह बिल्कुल साफ हो गया था कि अब भाजपा द्वारा वारासिवनी विधानसभा से प्रदीप जायसवाल को ही अपना अधिकृत प्रत्याशी बनायेगे
अब देखना यह होगा कि दोनों ही राष्ट्रीय पार्टी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस द्वारा बालाघाट जिले की सेवा विधानसभा में अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है एवं देखा जाए तो अब जो विधानसभा में कुछ जगह छोड़कर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है तो कुछ जगह ऐसी भी विधानसभा है जहां पर त्रिकोणी संघर्ष हो सकता है अब देखना होगा कि दोनों ही पार्टियों द्वारा किस प्रकार से जनता को अपनी ओर रिझाने का प्रयास किया जाता है जबकि 21 अक्टूबर से नामांकन पत्र भरने का दौर भी शुरू हो चुका है एवं लगभग सभी पार्टियों द्वारा अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी गई है
भाजपा में हुई क्लियर 228 सीटें-
भाजपा ने पांच लिस्ट जारी कर प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 228 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम क्लियर कर दिए हैं. पहली लिस्ट में पार्टी ने 39 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था. इसके बाद दूसरी लिस्ट में भी 39, तीसरी लिस्ट में 1 और फिर चौथी लिस्ट में 57 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए. अब 92 सीटों पर नाम सामने आने के बाद कुल 228 सीटों के लिए प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है. अभी दो सीटों के लिए प्रत्याशी होल्ड पर हैं.
कांग्रेस कर चुकी 229 सीटों पर नाम तय
बता दें कि कांग्रेस ने नवरात्र के पहले दिन पहली सूची जारी की थी। इसमें 144 नाम थे। गुरुवार देर रात 88 नामों का एलान किया था। इसमें तीन टिकट बदले गए थे। इस तरह कांग्रेस 229 सीटों पर नाम तय कर दिए हैं।
मंत्री गौरीशंकर बिसेन की सिफारिश पर मिली टिकट-
मंत्री गौरीशंकर बिसेन के द्वारा पहले ही मंचों के कार्यक्रम से चुनाव नहीं लड़ने की बात करते हुए यह कहा गया था कि वह इस बार युवाओं को मौका देना चाहते हैं किंतु जिस प्रकार से भाजपा द्वारा अपनी अंतिम सूची जारी नहीं की गयी थी तब तक सभी को यही लग रहा था कि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ही भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी होंगे किंतु पांचवी सूची जारी होते ही यह क्लियर हो गया की मौसम बिसेन हीं बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी बालाघाट विधानसभा से होगी जबकि इस बार मौसम बिसेन द्वारा शुरू से ही चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी गई थी उन्होंने चुनाव के पहले ही क्षेत्र में जनसंपर्क से लेकर अनेक कार्यक्रमों में भाग लेते हुये ही यह बता दिया था कि वह इस बार चुनाव में भाग लेंगे एवं मंत्री गौरी शंकर बिसेन द्वारा भी अपनी बेटी के लिए सिफारिश शीर्ष नेतृत्व से की गयी थी मौसम बिसेन को 2014 में लोकसभा के प्रत्याशी बनाए जाने की लगभग सहमति बन चुकी थी किंतु किसकी कारण से उन्हें लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा किंतु इस बार उनका विधानसभा चुनाव लड़ना लगभग तय था और अंत में मंत्री गौरी शंकर बिसेन की सिफारिश पर मौसम
विषय को बालाघाट विधानसभा से भाजपा द्वारा अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाते हुए चुनाव मैदान में उतर गय