नगर पालिका परिषद वारासिवनी के सफाई कर्मचारियों के द्वारा 29 फरवरी को भारतीय सफाई मजदूर संघ मध्य प्रदेश के तत्वावधान में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम का ज्ञापन नगर पालिका में सौंप कर कर्मचारियों की समस्या का जल्द निराकरण करने की मांग की गई। वहीं मांगे पूरी न होने पर 4 मार्च से कम बंद हड़ताल करने की चेतावनी दी गई है। कर्मचारियों ने ज्ञापन में बताया गया है कि हम सभी नगर पालिका परिषद वारासिवनी के सफाई कर्मचारी है हमारे द्वारा लगातार व्यक्तिगत नगर पालिका प्रशासन से मांगों को पूर्ण करने की बात कही जा रही थी। परंतु इस और किसी के द्वारा गंभीरता से ध्यान नहीं देने पर 21 फरवरी को मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम का ज्ञापन सौंप कर 8 सूत्रीय मांगों का निराकरण करने की बात कही गई थी परंतु उसे पर किसी प्रकार से ध्यान नहीं दिया गया और ना ही किसी प्रकार की चर्चा की गई। जिससे हम सभी कर्मचारी आहत है इसी को लेकर 29 फरवरी को पुनः ज्ञापन सौप कर मांगों पर विचार विमर्श कर निराकरण करने की मांग की गई है। यदि मांगों को अनदेखा किया जाता है तो 4 मार्च से समस्त कर्मचारी काम बंद हड़ताल करेंगे जिसके लिए नगर पालिका से अपील है कि वह इसके पूर्व ही हमारी मांगों का निराकरण करें अन्यथा हमें हड़ताल करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस अवसर पर विजय कटारिया नटवर सेंद्रे अमन चौहान रोहित शेकपुरी लक्ष्मण चौहान नितिन सेन्द्रे करण चौहान करण लोधी आकाश वाल्मीकि मनीष लोधी शिवा शेन्द्रे माधुरी महानंदे शीला चौहान रीना रगड़े सुरेखा निखारे सहित बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।
यह है मांगे
भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले सफाई कर्मचारियों के द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम का ज्ञापन सौंप कर मांग की गई है कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को जिला कलेक्टर द्वारा जारी कलेक्टर रेट पर मजदूरी दी जाये, दैनिक वेतन भोगी जो सफाई कर्मचारी के रूप में कार्य कर रही थी जिन्हें बिना कारण के बंद कर दिया गया है उन सफाई कर्मचारी 7 महिलाओं को पुनः कार्य पर वापस रखा जाये, स्थाई कर्मचारियों का वेतन निर्धारण के पश्चात वेतन में आई अंतर की राशि का भुगतान किया जाये, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का ईपीएफ की राशि जमा की जाये, नियमित कर्मचारियों का एरियर्स की राशि का भुगतान किया जाये, पूर्व का रुका हुआ वेतन दिया जाए और इसमें यह निर्धारित किया जाए की 1 तारीख से 10 तारीख तक प्रतिमा वेतन का भुगतान किया जायेगा, कर्मचारियों को सफाई सामग्री जैसे झाड़ू फ़ावड़ा ग्लोबस फिनायल इत्यादि उपलब्ध कराया जाये, वही नियमित कर्मचारी एवं विनियमित कर्मचारियों के वेतन से काटी गई राशि भविष्य निधि की जानकारी दी जाये।
रामकली बाई महानंदे ने पदमेंश से चर्चा में बताया कि नगर पालिका वेतन का भुगतान चार माह में एक बार करती है 8 साल से हम महिलाएं काम कर रही थी हमारे जैसी आठ महिला कर्मचारियों को बंद कर दिया गया है। जबकि हमारे आगे पीछे कोई नहीं है जो हमारा पालन पोषण कर सके ऐसे में अब हम कहां जाए और कैसे घर चलाएं यह समस्या हमारे लिए बनी हुई है। जबकि हमें नगर पालिका से बंद किया गया तो कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी और चर्चा करने का प्रयास किया गया तो रुकने के लिए कहा गया कि काम पर वापस लेगे परंतु अब हम परेशान हो रहे हैं हमारे पास कोई दूसरा काम नहीं है। दुकानदार तो किराना भी अब नहीं देता करीब 30 लोगों को बंद करें है बिना कोई सूचना के जिसका हमें भी कारण नहीं पता ऐसा नहीं होना चाहिए यह गलत है।
शीला चौहान ने बताया कि हम मुख्य नगर पालिका अधिकारी से चर्चा करने यहां पर आए हुए हैं हमने इसके पहले एक ज्ञापन दिए थे परंतु उसमें कोई सुनवाई नहीं की गई और ना ही किसी से चर्चा हुई तो हम दूसरा ज्ञापन हड़ताल करने के लिए दिया है। क्योंकि मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पास जाओ तो वहां कोई सुनवाई नहीं हो रही है 4 महीने में एक वेतन मिलता है अभी 4 महीने से वेतन मिला नहीं है यदि 1 महीने का वेतन मिलेगा तो उसमें हम क्या करेंगे उधारी देंगे स्वयं के उपयोग में खर्च करेंगे या त्योहार मनाएंगे हमारे लिए तो बहुत बड़ी समस्या है।
विजय कटारिया ने बताया कि हमारे द्वारा 21 फरवरी को ज्ञापन दिए थे जिसका जवाब हमें आज तक नहीं मिला है और इस बात का विरोध करने के लिए हमने एक बार फिर ज्ञापन दिए हैं। पिछली बार भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी को ज्ञापन दिए थे जिसमें 7 से 8 बिंदु है जिस पर हमें चर्चा करना है परंतु किसी प्रकार की चर्चा हमसे हो नहीं पा रही है हम परेशान हो गए हैं जिसको लेकर 4 मार्च को हमारे द्वारा हड़ताल का आह्वान किया गया है। हमने ज्ञापन भी दे दिया है कि यदि हमारी समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो काम बंद हड़ताल की जायेगी। परंतु हम चाहते हैं कि 4 मार्च के पहले ही समस्या का निराकरण हो जाए और हमें हड़ताल पर न जाना पड़े वरना 150 कर्मचारी हड़ताल पर रहेगे।