भेल कर्मियों को दो सालों से नहीं मिल रहा बोनस

0

विगत दो सालों कोरोना संकट काल में भेल कर्मचारियों को प्लांट परफार्मेंस (पीपी) बोनस और दीपावली बोनस नहीं मिल रहा है। इसी मांग को लेकर कर्मचारियों में आक्रोष व्याप्त है। कर्मचारियों की उक्त जायज मांगों को लेकर भेल की सात कर्मचारी यूनियनें कारखाने के प्रवेश द्वार-पांच पर धरने-प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शनों में बढ़ी संख्या में भेल कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। यूनियनों के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक भेल प्रबंधन पीपी व दीपावली बोनस देने पर निर्णय लेने के लिए ज्वाइंट कमेटी की बैठक नहीं बुलाता है, तब तक धरने-प्रदर्शन चलते रहेंगे। भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के महामंत्री कमलेश नागपुरे ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर यूनियनों का एक संयुक्त मोर्चा भी बनाया है। कभी यूनियनें अलग-अलग अपने स्तर पर मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं तो कभी एकजुट होकर प्रदर्शन कर रही हैं। भेल कर्मचारियों का हक कि उन्हें पीपी व दीपावली बोनस दिया जाए। इधर भेल की ‘भेक्टू सीटू’ यूनियन ने कई भेल कर्मचारियों के साथ प्लांट परफार्मेंस बोनस, एसआइपी बोनस व इंसेंटिव की मांग को लेकर भेल के फांउड्री गेट-पांच पर विरोध प्रदर्शन किया है। यूनियन नेताओं का कहना है कि पिछले दो वर्षों भी भेल प्रबंधन ने इसी प्रकार का मौन धारण करके कर्मचारियों का अहित कर दिया था। इस बार ऐसा नही होने दिया जाएगा। प्रबंधन ने जल्द जेसीएम की तिथि घोषित नहीं की तो सीटू यूनियन आंदोलन को बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी। भेल कर्मचारियों को पिछले दो वर्ष से बिना बोनस के सूनी दीपावली मनानी पड़ रही है। अब जल्द ही पीपी व दीपावली बोनस का ऐलान प्रबंधन को कर देना चाहिए। यूनियन के दीपक गुप्ता व अतुल मालवीय ने आरोप लगाया कि दीपावली बोनस व प्लांट परफार्मेंस बोनस को लेकर भेल प्रबंधन हीलाहवाली कर रहा है। वह कर्मचारियों को उनका हक देना नहीं चाहता। दूसरी महारत्न कंपनियों में कर्मचारियों को बोनस देने को लेकर बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन भेल प्रबंधन ने बोनस को लेकर चुप्पी साध ली है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here