दीपावली पर्व के मौके शहर के मंदिरों भी रौनक छाई है। सभी मंदिरों में आकर्षक विद्युत साज-सज्जा की गई और मंदिर में विराजित देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का विशेष श्रंगार किया जा रहा है। इसी सिलसिले में धनतेरस पर्व पर छोला विश्राम घाट के पास स्थित मुक्तेश्वर महाराज मंदिर में बाबा मुक्तेश्वर का विशेष पुष्प-श्रृंगार किया गया। भगवान के इस मनोहारी रूप का दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। बाब मुक्तेश्वर, मां पार्वती का विशेष श्रृंगार देखते ही बना रहा है।

वहीं पुराने शहर के लखेरपुरा में स्थित श्रीजी मंदिर में प्रभु श्रीनाथजी को हरी जरी की पोशाक के साथ सिर पर सुनहरा मुकुट सजाते हुए श्रृंगार किया गया। सोने एवं पन्ने के आभूषणों से सुसज्जित प्रभु को चांदी के बंगले में विराजमान किया गया है। मोहन थाल मठरी का भोग भी लगाया है। इस अवसर पर 100 साल पुरानी पीतल से निर्मित दीप मालिका भी प्रज्ज्वलित की गई।

इधर पुराने शहर के बड़वाले महादेव मंदिर में दीपावली पर महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया है। बड़वाले महादेव मंदिर में बाबा बटेश्वर एवं मां गौरा का कुबेरेश्वर रूप में श्रंगार किया गया। दीपावली उत्सव में मंदिर के चारों तरफ दीपक जलाए जा रहे हैं। रोजाना महाआरती हो रही है। प्रसादी वितरण किया जा रहा है। इस दौरान मंदिर में सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। बाबा बटेश्वर के जयकारों से मंदिर परिषद गूंज रहा है। इसके साथ ही पूरे मंदिर परिसर में विशेष सजावट की गई है। वहीं लक्ष्मी नारायण बिड़ला मंदिर में दीपोत्सव को देखते हुए विशेष विद्युत साज-सज्जा की गई है। मंदिर से लगे कार्यालय में खाता-बही की पूजा की गई। इस मौके पर मंदिर में दीप उत्सव भी मनाया गया। इससे मंदिर प्रांगण दीपों से जगमग हो उठा।