प्रदेश में अवैध रूप से हथियार रखने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई में यह बात सामने आई है। प्रदेश के लगभग हर जिले में बीते साल के मुकाबले अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। ग्वालियर, इंदौर सहित धार, मंडला आदि जगह अधिक मामले सामने आए हैं। सिकलीगरों के प्रभाव वाले जिलों खरगोन, बड़वानी और खंडवा में यह संख्या कम रही है।
इन जिलों में अधिक प्रकरण
जिला वर्ष 2020 वर्ष 2021
दतिया 137 200
भिंड 120 126
इंदौर 959 1044
धार 337 457
इंदौर जोन में हुई बढ़ोतरी
जोन स्तर पर सबसे अधिक प्रकरण इंदौर जोन में दर्ज किए गए। 2021 में 1913 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2020 में यह संख्या 1783 थी। देवास जोन में दोनों वर्षों की तुलना में 92 केस अधिक रहे। रतलाम में 16, उज्जैन में 36, जबलपुर में 24 प्रकरण अधिक दर्ज किए गए। इनके अलावा सागर, बालाघाट, रीवा में भी अधिक मामले सामने आए। कुल मामलों की संख्या के हिसाब से वर्ष 2021 में 3.29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जहां से हथियार बनते हैं, वहां आपूर्ति नहीं
प्रदेश में पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ में सिकलीगरों की संख्या अधिक है। अवैध हथियार बनाने के मामले में इन पर काफी ज्यादा मामले दर्ज होते हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अवैध हथियार बनाने के मामले में बदनाम रहे पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ में हथियार कम पकड़ में आए हैं। इससे दो अनुमान लगाए जा सकते हैं। पहला यह कि इन जगहों से हथियार बनाने का काम कहीं और शिफ्ट किया गया है या यह लोग हथियारों की आपूर्ति अन्य जिलों में कर रहे हैं। खरगोन में वर्ष 2020 में 66 प्रकरण दर्ज हुए थे जो 2021 में 58 रहे। खंडवा में 112 प्रकरण की तुलना में 77, बुरहानपुर में 86 की तुलना में 77 मामले सामने आए हैं।