नगर मुख्यालय स्थित शासकीय महाविद्यालय में उच्च शिक्षा के निर्देशानुसार स्नातक एवं स्नातकोत्तर के लिए प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और क्षेत्र के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में महाविद्यालय पहुंचकर प्रवेश लेकर अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए इस प्रक्रिया के माध्यम से महाविद्यालय प्रवेश ले रहे हैं। लेकिन महाविद्यालय में स्नातकोत्तर में एमए में अंग्रेजी साहित्य, संस्कृत साहित्य, भूगोल एवं अन्य विषय नही है। साथ ही एमएससी की कक्षाएं भी नही होने के कारण क्षेत्र के अधिकांश छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए शहर से बाहर जाना पड़ रहा है। इस तरह से विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है एवं जो विद्यार्थी आर्थिक रूप से सक्षम नही है वे स्नातक के बाद अपने आगे की पढ़ाई पूरी नही कर पा रहे है। जिससे उनकी उच्च स्तर की पढ़ाई प्रभावित हो रही है इसलिए महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने लालबर्रा महाविद्यालय में एमएससी व एमए के अन्य पाठयक्रम जो संचालित नही हो पा रहे है उन्हे शीघ्र संचालित करने की मांग शासन-प्रशासन से की है ताकि वे लालबर्रा महाविद्यालय से ही स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूर्ण कर सके। आपकों बता दे कि लालबर्रा मुख्यालय में महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर कई बार क्षेत्रीयजनों के द्वारा लड़ाई लड़ी गई थी। जिसके बाद तत्कालीन विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा क्षेत्रीयजनों की मांग पर लालबर्रा में महाविद्यालय स्वीकृत करवाया गया जिसका संचालन पूर्व में उत्कृष्ट विद्यालय के सामने स्थित सामुदायिक भवन में बीए पाठयक्रम के साथ प्रारंभ किया गया था और कुछ वर्षोंतक सामुदायिक भवन में ही महाविद्यालय संचालित हुआ। जिसके बाद पूर्व विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा शासन से नवीन भवन स्वीकृत करवाया गया और करोड़ों रूपयों की लागत से तहसील कार्यालय के समीप भवन का निर्माण करवाया गया जहां महाविद्यालय संचालित किया जा रहा है परन्तु स्नातक की पढ़ाई करने के बाद स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए सभी पाठयक्रम लालबर्रा महाविद्यालय में नही होने के कारण क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च स्तर की पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है क्योकि स्नातकोत्तर में एम में राजनीति, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, हिन्दी एवं बीएससी की पाठ्यक्रम जारी है। जबकि एमए में अंग्रेजी साहित्य, संस्कृत साहित्य, भुगोल व अन्य पाठयक्रम नही होने एवं एमएससी की कक्षाएं संचालित नही होने से क्षेत्र के विद्यार्थियों को उक्त संकाय की पढ़ाई करने के लिए बड़े शहरों की ओर जाना पड़ रहा है। वहीं जिन विद्यार्थियों की आर्थिक स्थिति कमजोर है वे अन्य शहरों में जाकर पढ़ाई नही कर पा रहे है जिससे उनकी उच्च स्तर की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जबकि लालबर्रा महाविद्यालय में ७७ ग्राम पंचायत सहित आसपास क्षेत्र के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते है इसलिए सभी विषयों की संकाय की कक्षाएं होना चाहिए ताकि क्षेत्र के विद्यार्थी अपनी स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई लालबर्रा महाविद्यालय से कर सके और लंबे समय से विद्यार्थियों के द्वारा लालबर्रा महाविद्यालय में एमए संकाय में अंग्रेजी साहित्य, संस्कृत साहित्य, भूगोल एवं अन्य पाठयक्रम एवं एमएमसी की कक्षाएं प्रारंभ करवाने की मांग कालेज प्रशासन से की जा रही है परन्तु अब तक प्रारंभ नही की गई है जिससे विद्यार्थियों में आक्रोश व्याप्त है और जल्द ही उक्त कक्षाएं प्रारंभ करने की मांग शासन-प्रशासन से की है।