10 दिसंबर को संपूर्ण विश्व में लोगो को उनके हक अधिकार और दायित्व के प्रति जागरुकता पैदा करने और हर आम जन तक इसके महत्व और उपयोगिता को पहुंचाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष मानव अधिकार दिवस मनाया जाता है, इसी तारत्मय में इस वर्ष कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल उकवा में ग्रामीण अंचलों में निवासरत बेटियो को उनके हक और अधिकारो के प्रति सचेत करने के मकसद से एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन जहा सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलित कर बेटियो द्वारा सभी के सम्मान में एक खूबसूरत स्वागत गीत के साथ किया गया, जहा अतिथि वक्त्तव्य के पूर्व बेटियो द्वार भी मानव अधिकार पर बारी बारी से अपने विचार प्रस्तुत कर अपने अंदर के अनेक प्रश्नों को रखा ,और करीब से अपने अधिकारों को जाना की वर्तमान में बेटियो को और कितनी अधिक सविधान में शक्तियां प्रदान की गई है, इसके अलावा विभिन्न जानकारियां देकर इस कार्यक्रम का समापन किया गया।इस दौरान अंतराष्ट्रीय राष्ट्रीय संस्थान युनोस्को की इग्जीकेटिव मेंबर श्रीमती फिरोजा खान, उकवा चौकी प्रभारी सुश्री दीपिका सिंगौर ,सामाजसेवी एवं सर्व धर्म सेवा समिति के अध्यक्ष जेम्स बारीक,सेवा निवृत प्राचार्य मोहसिन हबीब खान आईटीआई बालाघाट, संस्था प्राचार्य श्रीमती सुनीता बोरकर सहित अन्यय प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।जहां कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक मदन गेडाम द्वारा किया गया।
वक्ताओं ने मानव अधिकार को लेकर भी विभिन्न जानकारियां
उकवा स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि फिरोजा खान ने बताया कि मानव जब इस धरती में जन्म लेता है,तो उसे जन्म के साथ ही इस धरती में अनेक अधिकार प्राप्त हो जाते है, जो बिना किसी जाति भेद बिना किसी लिंग और ऊंच नीच के हर एक के सामान रूप से प्राप्त होते है,पर कई बार हम खुद इस अधिकारो से अनभिज्ञ रहने के कारण अपने जन्म सिद्ध अधिकारो का लाभ नहीं ले पाते,और ग्रामीण बेटियो को उनके अनेक अधिकारो की जानकारी प्रदान की गई। वही चौकी प्रभारी उकवा दीपिका सिंगौर और समाजसेवी जेम्स बारीक ने भी बच्चो को अनेक प्रकार से जानकारी प्रदान कर विशेष कर ग्रामीण बच्चो को शिक्षा हेतु प्रोत्साहित किया,क्युकी जब तक आप शिक्षित नहीं होंगे तो आप न स्वयं न दूसरो के अधिकारो को जान पाएंगे,कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य सुनीता बोरकर ने भी खान मेम का इस अद्भुत आयोजन को उकवा जैसे छोटे से ग्राम में करने हेतु आभार व्यक्त कर भविष्य में भी समय समय पर ग्रामीन बच्चो के मध्य पहुंच मार्गदर्शन हेतु आग्रह किया, ताकि किसी का शोषण न हो,