नगर मुख्यालय से लगभग ४ किमी. दूर ग्राम पंचायत मिरेगांव स्थित गोडी देव स्थल में एससी/एसटी एकता मिशन संगठन के द्वारा २६ नवंबर को संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम म.प्र. आदिवासी विकास परिषद जिलाध्यक्ष दिनेश धुर्वे के मुख्य आतिथ्य में प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर सर्वप्रथम उपस्थितजनों ने बड़ा देव, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर सहित अन्य महापुरूषों के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। संविधान दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक एवं अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया एवं उपस्थित पदाधिकारियों के द्वारा संविधान दिवस के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी देकर सभी को संगठित होकर संविधान की सुरक्षा एवं समाजोत्थान के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की बात कही गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिथियों ने कहा कि भारत के संविधान को २६ नवंबर १९४९ को संविधान सभा द्वारा इसको अंगीकार किया गया, इसके बाद संविधान सभा का सभी सदस्यों ने २४ जनवरी को इस पर हस्ताक्षर किये और इसे २६ जनवरी १९५० को लागू किया गया है इसलिए देशभर में प्रतिवर्ष २६ नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। साथ ही यह भी कहा कि भारत के संविधान को पूरा होने में २ साल ११ माह और १८ दिन का समय लगा था जिसके बाद यह २६ नवंबर १९४९ में बनकर तैयार हुआ जिससे लागू होने में कुछ समय लगा और अंत में हमारा संविधान २६ जनवरी १९५० को लागू हुआ, जिसके बाद से ही इस दिन को प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान विश्व में सबसे बड़ा संविधान माना जाता है और संविधान में बनाये गये नियमों का पालन करते हुए कार्य किया जाता है अगर कोई इस नियमों का उल्लंघन करता है उस पर कार्यवाही की जाती है इसलिए सभी को संविधान के नियमों का पालन करते हुए रहना चाहिए।