मुरैना के सबलगढ़ में बकसपुर गांव मे पेयजल संकट को दूर करने के लिए बोर खनन किया जा रहा था, इस बोर से पानी तो नहीं निकला, लेकिन आग जरूर इस बोर से निकलना शुरू हो गई। इस आग को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। रविवार की शाम को लगी आग सोमवार को भी नहीं बुझ सकी। इसके ऊपर ढ़क्कन भी लगाया गया। इसके बावजूद यह आग इसमें से निकल रही थी। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन भी गांव में पहुंच गया। जहां इस आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था।
उललेखनीय है कि बकसपुर गांव में गर्मियों में भीषण जलसंकट रहता है। जिसके चलते नलजल योजना के तहत यहां नर्सरी के पास बोर खनन करने का काम शुरू किया गया था। जमीन में 130 फीट तक खुदाई की गई। लेकिन यहां से पानी नहीं निकल सका। जिस पर इस बोर को बंद करने के लिए बेल्डिंग करने का काम किया जा रहा था। इसी बीच इस बोर में आग लग गई। आग ऐसी लगी कि यह निरंतर जल रही है। रविवार की शाम को इस बोर में आग लगी। इसके बाद सोमवार की सुबह तो इस आग को देखने के लिए ग्रामीण जुट गए। यह आग किसी भी तरह से बुझ नहीं रही थी। इसके बाद सूचना प्रशासन को भी दे दी गई। जिससे इस आग को कैसे भी बुझाया जा सके। बोरिंग से लगातार आग की लपटें उठ रहीं थी। बताया जाता है कि बोरिंग के दौरान कोई ज्वलनशील गैस इसमें से निकली है, जिससे रिसाव होने से यह आग जल रही है। इस बोरिंग को ढक्कन लगाकर भी बंद किया गया। लेकिन इस ढक्कन के नीचे से भी आग की लपट निकल रही है। यह आग सोमवार को भी बुझ नहीं सकी।