बैलगाड़ी में बैठे एक 14 वर्षीय बालक को मोबाइल की लत उस समय महंगी पड़ गई जब बैल जोड़ी का कासरा गले में कस गया और यह बालक बैलगाड़ी से गिरकर घसीटा चला गया। यह घटना जिले के सीमा से लगे सिवनी जिले में आने वाले ग्राम पांड्या छपारा में हुई। बैल जोड़ी का कासरा गले मे कसने से गंभीर बालक श्यामसिन्ह धुर्वे 14 वर्ष जिला अस्पताल बालाघाट में भर्ती किया गया जहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 11 फरवरी को यह बालक श्याम सिंह धुर्वे अपने खेत में मिसाई का कार्य कर रहा हैं, और वह अपने खेत में बैलगाड़ी पर बैठकर गाहनी कर रहा था। लेकिन मोबाइल की लत के चलते उसने बैलों को नियंत्रित करने वाली रस्सी जिसे ग्रामीण भाषा में कासरा कहा जाता है उसे इस बालक ने अपने गले में लपेट लिया और मोबाइल एड्राईट में मगन हो गया। उसे बता ही नहीं कि जब आवारा कुत्ते बैलों को देखकर भौंकने लगे तो बैलगाड़ी में फंदे बैल बिदक कर तेजी से भागने लगे। मोबाइल चलाने में मस्त बालक श्यामसिंह गले में कासरा कसने के साथ ही बैलगाड़ी से नीचे गिर गया और वह घिसटता चला गया जिससे वह बेहोश हो गया। मौके पर इस बालक के परिवार के लोग उपस्थित थे जिन्होंने बड़ी मशक्कत से बैल जोड़ी को पकड़े और गले में कसारा कसने से गंभीर बेहोश इस बालक को जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती कराया।
डॉ निलय जैन ने बताया कि इस घटना से श्याम धुर्वे के सांस की नली डेमेज हो चुकी थी। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया किंतु उसकी बिगड़ती हालत के चलते नागपुर रेफर कर दिया गया। डॉ निलय जैन ने मोबाइल फोन के उपयोग में सावधानी बरतने की सलाह दी हैं।