मोबाइल से बात करने के विवाद को लेकर गुस्साए नवविवाहिता और उसके पति ने की आत्महत्या

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पति पत्नी के बीच मोबाइल से बात करने का विवाद इतना बढ़ गया कि पत्नी ने आवेश में आकर ज़हर खाली, जिसकी मौत के बाद पति ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना 29 सितम्बर की रात्रि मलाजखंड थाने की पाथरी पुलिस चौकी क्षेत्र में आने वाले ग्राम गिडोरी के जंगलटोला में घटित हुई। पाथरी पुलिस ने कन्हैयालाल पिता चैनसिंह धुर्वे 24 वर्ष की फांसी पर लटकी हुई लाश उसके घर के कमरे से बरामद की तो वही बेड पर पड़ी उसकी नवविवाहिता पत्नी संगीता धुर्वे 20 वर्ष की लाश बरामद की, जिसकी जहरीले वस्तु के सेवन मौत हो गई थी। 1 अक्टूबर को दोनों पति पत्नी की लाश पोस्टमार्टम करवा कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। अभी तक जांच में दोनों पति-पत्नी के बीच मोबाइल से बात करने को लेकर विवाद के चलते उक्त घटना घटित होना सामने आई है। आगे मर्ग जांच की जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम गिडोरी के जंगलटोला निवासी कन्हैयालाल धुर्वे अपने परिवार के साथ खेती किसानी करता था। जिसके परिवार में पिता चैनसिंह धुर्वे, छोटा भाई जितेंद्र धुर्वे और दो बहने शांति और मानकुंवर है। बताया गया है कि इसी वर्ष माह अप्रैल में कन्हैयालाल की शादी संगीता के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुई थी। संगीता का मायका ग्राम भाई-बहन नाला लालपुर जिला मंडला का है। संगीता शादी के बाद अपने ससुराल जंगल टोला में रहती थी जो समय समय पर अपने मायके जाते रहती थी। संगीता इन दिनों गर्भवती थी। बताया गया है कि संगीता मोबाइल से बात करती थी जिसको लेकर दोनों पति-पत्नी के बीच झगड़ा होते रहता था। कन्हैया लाल द्वारा पूछने पर वह अपने मायके बात करना बताती थी। किंतु रोज-रोज संगीता के मोबाइल से बात करने पर कन्हैयालाल उसके चरित्र पर शक करने लग गया था। 29 सितंबर की रात्रि में कन्हैयालाल और उसकी पत्नी संगीता ने परिवार के साथ खाना खाये और रात्रि 10 बजे खाना खाने के बाद दोनों पति पत्नी टीवी वाले कमरे में चले गए थे।जहा पति पत्नी के बीच मोबाइल पर बात करने को लेकर झगड़ा हो रहा था और कन्हैया लाल ने संगीता को अच्छी खासी डांट फटकार लगा दी थी। जिन्हें चैनसिह धुर्वे ने जाकर समझाया भी था। जिसके बाद संगीता टीवी वाले कमरे से अपने कमरे में चली गई थी जिसके कुछ देर बाद कन्हैयालाल भी कमरे में चला गया था। 30 सितंबर को सुबह कन्हैया लाल, उसकी पत्नी संगीता, जागे नहीं और कमरे से बाहर नहीं निकले। तब चैनसिंह धुर्वे को शंका हुई और उसने पड़ोसियों को जाकर बताया। दरवाजे की सांकल अंदर से तोड़कर अंदर जाकर देखें तो कन्हैयालाल ने कमरे के अंदर बल्ली से रस्सी बांधकर फांसी लगा ली थी। जिसकी मौत हो चुकी थी वही पर बेड पर संगीता भी लेटी हुई थी जिसकी नाक से झांक निकल रही थी और उसकी मौत हो चुकी थी। संभवतः रात्रि में संगीता ने टीवी वाले कमरे से अपने कमरे में आकर पति से मोबाइल से बात करने के विवाद को लेकर जहरीली वस्तु का सेवन कर ली। जब कन्हैया लाल अपने कमरे में आया और संगीता को कमरे में मृत देख उसने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों की मौत में करीब 10 घंटे का अंतर बताया गया है। इस घटना की रिपोर्ट 3: बजे चैनसिंह धुर्वे 47 वर्ष ने पुलिस चौकी पाथरी में की थी। जहां से चौकी प्रभारी अखिलेश वर्मा अपने स्टाफ के साथ गिडोरी के जंगलटोला पहुंचे और उन्होंने कन्हैयालाल की फांसी पर लटकी लाश उसके घर के कमरे से बरामद की तो वहीं पर बेड पर पड़ी संगीता की लाश भी बरामद की और मौके पर पंचनामा कार्रवाई करने के बाद दोनों की लाश पोस्टमार्टम के लिए बिरसा अस्पताल भिजवाये। शाम होने से दोनों की लाश का पोस्टमार्टम नही हो पाया। 1 अक्टूबर को कन्हैयालाल और उसकी पत्नी संगीता की लाश का पोस्टमार्टम बिरसाअस्पताल में करवा कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रारंभिक जांच में मोबाइल से बात करने को लेकर हुए विवाद से दोनों की मौत हुई है। चुकी यह आत्महत्या का मामला माना जा रहा है। किंतु आगे मर्ग जांच में घटना का और खुलासा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। आगे मर्ग जांच पाथरी पुलिस चौकी प्रभारी अखिलेश वर्मा द्वारा की जा रही है।

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