रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बयान जारी करते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि रूस किसी भी हालत में कम कीमत पर तेल नहीं बेचेगा। पुतिन ने कहा कि जी7 कोई नियम बना लें लेकिन रूस अपने तेल को कम दाम पर नहीं बेचेगा। बता दें कि रूस के बजट का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा तेल से आता है। रूसी ऊर्जा सप्ताह 2022 कार्यक्रम में बोलते हुए पुतिन ने कहा कि मुझे यह कहना है कि रूस हमारे अपने हितों के खिलाफ काम नहीं करेगा। हम तेल या गैस को कीमत पर ऑफर करके अपनी स्थिति को कमजोर करने का काम नहीं करेंगे। हम उनके आगे नहीं झुकेंगे। हम दूसरों द्वारा तय किए गए नियमों पर नहीं चलेंगे। हम अपने नुकसान के लिए काम नहीं करेंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध आंठवें महीने में प्रवेश कर गया है. जिसका कोई हल नहीं निकल रहा है। इसके चलते पश्चिमी देशों को शक है कि रूस तेल की निरंतर बिक्री के कारण अपना मुनाफा बढ़ा रहा है और इसके साथ युद्ध को भी तेज कर रहा है। रिपोर्ट में रूस के केंद्रीय बैंक के हवाले से बताया गया है कि कच्चे तेल का निर्यात साल 2021 में 113 बिलियन यूरो था। बता दें कि अगर जी-7 तेल की कीमत पर कैप यानी कि रोक लगाता है कि रूस दुनिया के अन्य देशों में उससे ज्यादा कीमत पर बेच नहीं पाएगा। हालांकि अभी तक जी-7 ने रूसी तेलों की कीमत तय नहीं की है। पुतिन ने कहा कि उनका देश बाल्टिक सागर के माध्यम से जर्मनी जाने वाली नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन से यूरोप को गैस की आपूर्ति फिर शुरू करने के लिए तैयार है।










































