लापता बुजुर्ग का नाले में मिला शव

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वारासिवनी थाना अंतर्गत ग्राम कोसते निवासी 85 वर्षीय बुजुर्ग सालिकराम राहंगडाले 3 अगस्त की दोपहर में घर से अचानक लापता हो गये थे। जिनका शव पुलिस ने 5 अगस्त को नाले से बरामद कर मामले में मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में खेती-किसानी का कार्य प्रारंभ है ऐसे में क्षेत्र के सभी किसान अपने खेतों में युद्ध स्तर पर खेती कार्य कर रहे हैं ताकि वह अच्छी उपज लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके। इसी कड़ी में ग्राम पंचायत कोसते निवासी सालिकराम पिता गजलाल राहंगडाले के परिवार के द्वारा खेती कार्य किया जा रहा है। जिनका खेत ग्राम में नाले के दूसरे छोर पर स्थित है जहां जाने के लिए नाले पर बने कच्चे लकड़ी के पुलिया को पार करना होता है। ऐसे में 3 जुलाई को सालिकराम अपने घर पर थे और उनके परिवार के सभी सदस्य खेती कार्य के लिए गए हुए थे इस दौरान दोपहर करीब 3 बजे उनका पुत्र घर में आया तो देखा कि 85 वर्षीय बुजुर्ग सालिकराम घर पर नहीं थे। जिस पर वह अपने खेत चले गया जहां से वहां वापस आया तो उसने देखा कि उनके खेत जाने वाले मार्ग पर पुलिये के पहले सालिकराम की चप्पल और लकड़ी रखी हुई थी जिस पर वह सोचा कि पिताजी भूल गए होगे और घर आ गया। परंतु उसके पिता सालिकराम घर पर भी ना होने पर आसपास पतासाजी प्रारंभ कर दी परंतु कहीं भी पता ना चलने पर नाले में भी देखा गया फिर भी कोई जानकारी ना मिलने पर वारासिवनी थाने में आकर घटना की जानकारी दी गई। जिस पर पुलिस के द्वारा गुम इंसान दर्ज कर सालिकराम राहंगडाले के पुत्र के बताए अनुसार नाले में डूबने की संभावनाओं पर जांच प्रारंभ कर दी गई है। पुलिस के द्वारा एसडीआरएफ की टीम की मदद से नाले में 5 अगस्त को सर्च अभियान किया गया जिसमें मौके से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर एसडीआरएफ को झाड़ियां में किसी व्यक्ति के फंसने का आभास हुआ। जिस पर जांच की गई तो एक व्यक्ति झाड़ियां में मृत अवस्था में फंसा हुआ था जिसे बाहर निकाल कर देखा गया तो वह सालिकराम राहंगडाले था। पुलिस ने आवश्यक पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सुपुर्द कर दिया गया वही इस मामले में मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी शंकर सिंह चौहान एसडीआरएफ अधिकारी कर्मचारी आरक्षक जितेंद्र मरकाम सहित अन्य पुलिस कर्मी का सराहनीय योगदान रहा।

मृतक के पुत्र रामनाथ राहंगडाले ने पदमेश से चर्चा में बताया कि वह 3 जुलाई को घर में गए तो उनके पिता घर पर नहीं थे। जिसके बाद वह अपने खेत चले गए और वापस में देखा तो खेत के पहले जो नाले के ऊपर कच्चा रफ्ता बना है उसके किनारे में चप्पल और लकड़ी मिली। जिस पर गांव में वह खेत तरफ पतासाजी किये परंतु कहीं भी पता ना चलने पर पुलिस सूचना दी गई जिसमें पुलिस के द्वारा आज पतासाजी कर शव बरामद किया गया।

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