नगर से गुजरी ढुटी घाट नहर क्षेत्र को सिंचित करने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है परंतु उक्त नहर से जो मेंहदीवाड़ा माइनर नहर निकाली गई है जो दूरदराज की कृषि भूमि को सिंचित बनाने के लिए काम आती है जो जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो जाने और कचरा भरा होने झाडिय़ां उग जाने के कारण कम ही लोगों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करा पा रही है। जिससे क्षेत्र के किसानों में आक्रोश व्याप्त है और उनके द्वारा विभाग से मेंहदीवाड़ा माइनर नहर की साफ. सफ ाई करने और जगह.जगह से जो नहर टूट फू ट गई है उसकी रिपेयरिंग करने की मांग कर रहे है ताकि नहर से जब पानी माइनर में आए तो वह आसानी से टेल तक पहुंच सके और सभी किसानों को पर्याप्त पानी मिल सके। किसानों ने बताया कि वर्तमान में खेती का समय चल रहा है और साधन वाले किसानो के द्वारा परहा लगा लिया गया है या लगाया जा रहा है वही बाकी लोग वरुण देव की रास्ता देख रहे है कि बरसात होगी और खेती लगाई जाएगी परंतु ऐसे में बरसात ना होने पर गत दिनों सिंचाई विभाग के द्वारा नहर छोड़ा गया था जिससे नहर के साधन वाले सभी लोग खेती लगाने के लिए तैयार हो गये थे। वर्तमान में माइनर से मिले पानी में बहुत कम लोगों के द्वारा पराह लगाया गया जबकि इससे दोगुने लोग आज भी पानी की रास्ता देख रहे हैं खेत में लगाए गए पौधे सूखने लगे हैं जिसके लिए नहर से और पानी छोडऩे की आवश्यकता है । और यदि सिंचाई विभाग के द्वारा माइनर की सफ ाई कर नहर के टूटे.फ ूटे स्थानों की मरम्मत कर दी जाती है तो मुख्य नहर का पानी माइनर नहर से दुगनी गति से टेल तक पहुंचेगा और खेत नाली के लिए लगे मोगे में सभी को आवश्यकता के अनुरूप पानी निकल कर खेतों में पहुंचेगा। परंतु सिंचाई विभाग के द्वारा इस ओर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है केवल नहर छोड़ दी जाती है फि र किसान को पानी मिले या ना मिले इससे उनको कोई सरोकार नहीं है और यदि ऐसा ही चलता रहा तो एक समय नहर का पानी सीधा नहर में आकर निकल जाएगा । परंतु वह किसानों के खेत में नहीं आ पाएगा इसलिए सिचाई विभाग से मांग है कि वे माइनर नहर की साफ. सफ ाई कर टूट.फ ूट का रिपेयरिंग कार्य किया जाए जिससे कि आसानी से आवश्यकता अनुसार पानी सभी को उपलब्ध हो सके।

नहर क्षतिग्रस्त होने के कारण नहीं मिला पानी- रामप्रसाद चिचखेड़े
चर्चा में कृषक रामप्रसाद चिचखेडे ने बताया कि समस्या सिंचाई के लिए पानी की है नहर के माइनर क्रमांक २ नहर कई जगह से टूट फ ूट गई है जिसकी रिपेयरिंग नहीं की गई है सिंचाई विभाग के द्वारा और ना ही साफ सफ ाई की गई है। जिसके कारण बहुत सारी गंदगी पड़ी हुई है पानी कहीं रुक जाता है तो कहीं से निकलता है और खेती की स्थिति यह है कि खेत में पानी नहीं है अब नहर बंद हो गया है। श्री चिचखेडे ने बताया कि २ दिन पहले नहर बंद हुआ है जो १ सप्ताह चला था पानी नहीं पहुंच पाया है किनारे वालों को ही पानी मिला है यदि नहर भरकर जाता है तो टेल तक पानी पहुंच जाता है।
अधिकारी निरीक्षण कर चले जाते है कोई कार्य नहीं कराते है- संजय पंचेश्वर
कृषक संजय पंचेश्वर ने बताया कि खेतों में परहा लगा रहे हैं पानी तो भरपूर नहीं है नहर भी बंद हो गई है इस कारण सभी को पर्याप्त पानी नहीं मिला है। यह पानी बड़ी नहर में ढुटी घाट बांध से आता है जो माइनर नहर से खेतों तक आता है नहर बंद हो गया है। नहर क्षतिग्रस्त हो गई है जिसकी रिपेयरिंग और साफ. सफ ाई भी नहीं हुई है यह स्थिति पिछले वर्ष से बनी हुई है। श्री पंचेश्वर ने बताया कि इसके लिए सिंचाई विभाग को बताया गया है किंतु उनके द्वारा कुछ नही किया जा रहा है। शनिवार को दो अधिकारी आए थे सिंचाई विभाग से उन्होंने निरीक्षण किया और देखकर चले गए और ऐसा ही वे करते हैं काम कुछ नहीं कराते हैं बस आकर पूछते हैं और चले जाते हैं।
सफाई नहीं होने से २५ प्रतिशत किसानों को ही मिलता है पानी- प्रवीण चिचखेड़े
प्रवीण चिचखेड़े ने बताया कि नहर की सफ ाई नहीं होने से करीब ३ फीट तक कचरा भरा हुआ है जिसमें झाडिय़ां भी उग गई है और गंदगी से खेत में पानी लाने वाले मोंगे चोक हो गए हैं जिससे पानी कम गति से निकल रहा है। और यह पानी ज्यादा दूर नहीं जा पाता है जिससे खेतों में पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। यदि मोंगो से अच्छा पानी निकले तो सभी किसान खेती लगा सकते हैं। श्री चिचखेडेे ने बताया कि २५ प्रतिशत लोगों को पानी मिला है बाकी ७५ प्रतिशत लोगों को पानी नहीं मिला है तो उनकी खार की समस्या है। जो सूखने लगी है तापमान भी तेज हो रहा है यदि नहर की सफ ाई हो जाती है तो सभी किसानो को सुविधाजनक पानी मिलेगा ।
इनका कहना है

ढुटीघाट में पानी खत्म हो गया है इसलिए नहर बंद है भीमगढ़ से पानी छोड़ा गया है जो ढुटी में आते ही नहर में फि र पानी छोड़ दिया जाएगा। नहर की सफ ाई व रिपेयरिंग कार्य भी जल्द करवा दिए जायेंगे।
जीएस मरावी
एसडीओ सिंचाई विभाग वारासिवनी