पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दवाई हत्याकांड में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जहां 7 मार्च को बालाघाट जिला मुख्यालय और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बन्द रहा, तो वही 8 मार्च को खैरलांजी पूरी तरह से बंद रहा इस दौरान 10 मार्च को वारासिवनी बंद का ऐलान किया गया है।
आपको बताये की सर्वसमाज के आह्वान पर मंगलवार को खैरलांजी में हुए बन्द को चौतरफा समर्थन प्राप्त हुआ है। सुबह ६ बजे से बंद रही सभी दुकानें ज्ञापन सौंपने तक बन्द ही रही।
सर्व समाज के लोग विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री ललित पारधी की गिरफ्तारी के विरोध में जनसमूह तुमसर रोड़, खैरी रोड़ ,सालेटेका रोड,लंबी गली बस्ती से होते हुए गांधी चौक होते हुए वापस अवंति बाई चौक सभा मंच पर पहुंचे। जहां श्रद्धांजलि सभा के रूप में ३ बजे तक पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर पदाधिकारियों के द्वारा भाषण बाजी करते हुए स्वर्गीय डाली दमाहे को श्रद्धांजलि दी गई और मुख्य आरोपी के शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की गई।
जहां ३ बजे प्रदेश के राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपकर कार्यक्रम को समाप्त किया गया इस दौरान सभी ने पुलिस प्रशासन की जमकर आलोचना करते हुए आडे हाथों लिया गया।
खैरलांजी बन्द शांति पूर्ण रूप से सम्पन्न हुआ। लेकिन एहतियात बरतते हुए पुलिस प्रशासन के द्वारा खैरलांजी के अलावा कटंगी रामपायली लालबर्रा तिरोडी सहित रक्षित केंद्र बालाघाट का बल भी मुख्यालय बुलाया गया था।
वही दूसरी ओर वारासिवनी नगर के वीरांगना रानी अवंती बाई स्टेडियम मैं मंगलवार को अखिल भारतीय लोधी महासभा की आवश्यक बैठक संपन्न। लोधी महासभा पदाधिकारी सर्व समाज व्यापारी संघ अध्यक्ष की उपस्थिति में बैठक प्रारंभ की गई। जिसमें सभी ने अपने विचारों को रखा और निर्णय लिया कि जिले में डाली दमाहे की हुई हत्या के विरोध में 10 मार्च को वारासिवनी बंद रहेगा जिस के संबंध में स्टेडियम से पैदल रैली निकालकर एसडीएम और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर बंद की सूचना दी गई।