नगर के वार्ड नंबर 8 चंदोरी के निवासी वार्डवासियों के द्वारा 20 मार्च को मुख्य नगर पालिका अधिकारी वारासिवनी दिशा डेहरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व वारासिवनी को ज्ञापन सौंप कर उनके वार्ड में सीसी निर्माण नाली के कार्य में हो रही अनियमित की जांच एवं नाली का ढक्कन निर्माण करने मांग की गई। ज्ञापन में उल्लेखित है कि हम सभी वार्ड नंबर 8 चंदोरी तहसील वारासिवनी के निवासी है। हमारे वार्ड नंबर 8 में कटंगी मुख्य मार्ग के किनारे सीसी नाली निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जिसमें ठेकेदार के द्वारा भारी अनियमित के तहत निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें उपयोग होने वाली सामग्री जैसे लोहा सीमेंट गिट्टी सहित अन्य सामग्री का गुणवत्ता पूर्वक प्रयोग नहीं हो रहा है साथ ही चल रहे निर्माण कार्य में पानी की तराई भी नहीं की जा रही है। वहीं मुख्य मार्ग के किनारे बना रही सीसी नाली निर्माण कार्य के ऊपर टॉप यानी ढक्कन निर्माण नहीं किया जा रहा है जिससे वार्डवासी सहित राहगीरों को बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है एवं दुर्घटना घटित भी हो रही है। इस निर्माण कार्य को लेकर सभी में भारी आक्रोश व्याप्त है जिसमें ग्रामीणों के द्वारा शासन प्रशासन से मांग की जा रही है कि सीसी नाली निर्माण कार्य में हो रही अनियमित को ठीक किया जाये वहीं नाली के ढक्कन निर्माण करवाया जाये ताकि लोग सुरक्षित रह सके। यदि नाली को ढकने की व्यवस्था नहीं की जाती है और इससे यदि कोई दुर्घटना घटित होती है तो उसके जिम्मेदार मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं नगर पालिका परिषद वारासिवनी की होगी। इस अवसर पर पार्षद धर्मेश जोशी कैलाश ढोके खेमचंद पटले जितेंद्र पारधी रोहित हिरकने मनोज कुमरे शिवकांत शैलेश पारधी अक्षय सोनगड़े सहित अन्य वार्डवासी मौजूद रहे।
खुला नाला हमेशा के लिए होगा सरदर्द
गैरतलब है कि पानी निकासी के लिए वार्ड नंबर 8 के लोगों की लंबी मांग थी जिस पर नगर पालिका के द्वारा 80 लाख रुपए की लागत से नाली की जगह बड़े नाले का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जहां पर वार्डवासियों की समस्या नाले को खुला रखना है जिसके लिए वह नाले के ऊपर टॉप का निर्माण करवाकर बड़ी दुर्घटना से बचाव की मांग कर रहे हैं। जबकि देखा जाए तो यह पहला मौका नहीं है इसके पहले नगर पालिका के द्वारा नेहरू चौक से टोण्डिया नाले तक एक नाले का निर्माण कराया गया था जिसमें आधा नाला तो ढक दिया गया है परंतु आधा नाला आज भी खुला हुआ है जहां पर आए दिन मवेशी या राहगीर गिरकर घायल हो जाते हैं इसमें देख तो कई बार मवेशियों की इस नाले में गिरने से मृत्यु भी हो चुकी है। जिस कारण से चंदोरी वासी डरे हुए हैं वह उक्त निर्माणधीन नाले को ऊपर से पूरा बंद करने की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में कोई बड़ी जनहानि ना हो।
दिनेश डोंगरे ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि नगर पालिका हम इसलिए आए थे कि हमारे यहां नाली निर्माण की जा रही है। वह नाली नाले के समान बनाई जा रही है जिसके ऊपर ढक्कन की व्यवस्था नहीं है ऐसा बताया जा रहा है कि इस पर ढक्कन नहीं बना है तो हम मुख्य नगर पालिका अधिकारी से मिलने के लिए आए थे कि इस नाली को ऊपर से ढकने का कार्य किया जाये। इसका टॉप निर्माण करवाया जाए वरना इसमें मवेशी सहित मनुष्य एवं बच्चों के गिरने का ज्यादा खतरा बना हुआ है इसी बात की जानकारी लेने आये थे यह नाली वार्ड नंबर 8 चंदोरी से टोण्डिया नाले तक बनाई जानी है।
संतोष पारधी ने बताया कि हम सभी वार्ड नंबर 8 चंदोरी के वार्डवासी है हमारे यहां पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण किया जा रहा है यह निर्माण नगर पालिका के द्वारा किया जा रहा है जो चांदोरी से टोण्डिया नाले तक पानी निकासी और गंदगी निकासी के लिए किया जा रहा है। इसकी गहराई और चौड़ाई बहुत ज्यादा है ऊपर से खुला रखा गया है ढकने की कोई व्यवस्था नहीं है जिस कारण से हमारे बच्चे मवेशी के साथ लगातार दुर्घटना घटित हो रही है और यह नाला हमारे घर के सामने से बना है। इसमें ठेकेदार के व्यक्ति कहते हैं कि ऊपर ढकने के लिए कुछ नहीं है प्रत्येक घर के सामने 5 फीट का आने-जाने के लिए ढक्कन लगाना है बाकी खुला रहेगा यदि यह रहेगा तो सभी के लिए सरदर्द है क्योंकि उसमें से पानी और गंदगी दोनों निकासी होगी।
कैलाश ढोके ने बताया कि मेरे 1000 रुपए के बारे में मत पूछिए मेरे घर के सामने नाली के ऊपर पत्थर बनना था तो मैं अपने हिसाब से उन्हें रुपए दिया है जिन्होंने नाली के ऊपर पत्थर बनाये हैं उसके लिए यह खर्च है। इसके लिए ठेकेदार के कर्मचारी के द्वारा बोला गया जिसका हमने विरोध करें पर उन्होंने मांगे तो हमें देना पड़ा हमारे घर के आजू-बाजू में पूरा नाला खुला पड़ा है जहां आगे समस्या ही होना है। यदि उसे नहीं ढकेंगे तो लोग गिरकर घायल होते रहेंगे जो हर किसी को परेशानी होगी यह नाला एक मीटर गहरा एक मीटर चौड़ा है हम चाहते हैं कि इस नाले को शुरू से आखरी तक ऊपर ढक्कन लगाकर बंद किया जाये। पर ठेकेदार के व्यक्ति और बनाने वाले बोल रहे हैं कि ऐसी कोई प्रोसीजर नहीं है ऐसा कुछ नहीं होगा गेट के सामने 2 फीट का पत्थर बनेगा।