जिले में वन्य प्राणी शिकार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं यह कुछ लोग वन्य प्राणियों का शिकार उनकी तस्करी के लिए कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग मांस के लिए वन्य प्राणियों का शिकार कर आए दिन इन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लगातार बढ़ते जा रहे वन्य प्राणियों के शिकार वाले मामले के बीच वन परीक्षेत्र लामता के अंतर्गत आने वाले चरेगांव के ग्राम खामी मे सामने आया है जहां विद्युत करंट लगाकर तेदुए का शिकार करने वाले मामले में वन अमले ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।जिनके पास सेbवन अमले ने तेंदुए के बाल ,नाखून, हड्डी सहित अन्य अवशेष जप्त किए हैं । जहां वन अमले ने गिरफ्तार आरोपियों पर वन अपराध वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी गई है।
मुखबिर की सूचना के आधार पर की कार्यवाही
बताया जा रहा है कि वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में वन अमले ने वन्य प्राणी तेंदुआ की मूंछ के 27 नग बाल, 15 नग नाखून और हड्डियों के साथ चार आरेापियो को गिरफ्तार किया है। मुखबिर से सूचना के आधार पर वनमंडलाधिकारी उत्तर सामान्य वनमंडल के निर्देशन और उपवनमंडलाधिकारी उकवा के मार्गदर्शन में परिक्षेत्र दक्षिण लामता के वन अमले द्वारा ग्राम खामी (चरेगांव) में परसूदराम वल्द सोनू मड़ावी के पास से वन्य प्राणी तेंदुआ के अवशेष बरामद हुए। पूछताछ पर आरोपित ने अपने अन्य साथी गणेश वल्द जेठू सैय्याम, मेहतलाल वल्द सूरज मरकाम, होलू सिंह वल्द गोहरी उइके तीनों के बारे में जानकारी दी। विभागीय तौर पर तीनों संदिग्धों को पूछताछ के लिए परिक्षेत्र सहायक चरेगांव लाया गया। पूछताछ में चारों द्वारा बताया गया कि योजनाबद्ध तरीके से वन्यप्राणी तेंदुआ को विद्युत करंट के माध्यम से मारा एवं उसके पंजे-नाखून निकालने का अपराध कबूल किया। आरोपितों की की निशानदेही पर घटनास्थल पर करंट में इस्तेमाल की गई खुटिया 20 नग एवं तेंदुआ को जहां मारा गया था, उस घटनास्थल पर तेंदुआ की खाल, हड्डियां एवं अन्य अवशेष पाए गए। जिसकी जब्ती कार्यवाही कर वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
आरोपियों को गिरफ्तार करने इन्होंने निभाई अहम भूमिका
मुखबिर से मिली सूचना पर संयुक्त रूप से की गई इस कार्यवाही के दौरान शिवमपूरी गोस्वामी वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण लामता, परिक्षेत्र सहायक चरेगांव नरेंद्र बंसोड़, परिक्षेत्र सहायक मगरदर्रा रूपसिंह परते, परिक्षेत्र सहायक लामता भाग-दो दिनेश बरिए, वनरक्षक कमल किशोर पांडेय, देवांशु यादव, जय चौरसिया, हिमांशु डहरवाल, अफजल कुरैशी, दिलीप कुमार अन्य वन कर्मियों वनरक्षक ने अपनी अहम भूमिका निभाई है ।