शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त

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जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत रामपायली एक बड़ा ग्राम है जहां पर एकमात्र हायर सेकेंडरी स्कूल शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। जहां पर बालक और बालिका समान रूप से शिक्षा अध्ययन करते हैं जिसका भवन एक छोर से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है और अधिकांश भवन पर छोटी बड़ी दरारे आ गई है। जिससे वह कभी भी खंडार के रूप में तब्दील हो सकता है और वर्तमान में बरसात प्रारंभ होने वाली है जिससे एक बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में ग्रामीण सहित पालको के द्वारा विद्यालय प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों से मरम्मत किये जाने की मांग की जा रही है जिससे कि भवन को सुरक्षित किया जा सके।

500 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा अध्ययन करते हैं

शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामपायली में रामपायली सहित आसपास के ग्राम के करीब 500 से अधिक विद्यार्थी कक्षा 9वीं से 12वीं तक की शिक्षा अध्ययन करने के लिए रोजाना विद्यालय आते हैं। ऐसे में भवन जिस स्थान से क्षतिग्रस्त हुआ है वह एक बहुत बड़ा हाल है जहां पर करीब 90 विद्यार्थी बैठकर शिक्षा अध्ययन करते हैं ऐसे में विद्यालय में बैठक व्यवस्था को लेकर समस्या बनी रहेगी। यदि मरम्मत कार्य जल्द किया जाता है तो आगामी में समय में विद्यालय खुलने पर सभी व्यवस्थित रूप से शिक्षा अध्ययन कर पाएंगे।

नदी के किनारे बना हुआ है विद्यालय

यहां यह बताना लाजमी है कि शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामपायली चंदन नदी के किनारे बना हुआ है जहां विद्यालय के कुछ मीटर दूर ही नदी का किनारा है। वर्तमान में गर्मी अपने अंतिम दौर में है और बरसात का मौसम प्रारंभ होने वाला है इस परिस्थिति में चंदन नदी में यदि उफान आता है तो वहां पानी स्कूल तक पहुंचेगा जिससे क्षतिग्रस्त स्थान और बुरी तरह क्षतिग्रस्त होगा। वही फाउंडेशन में भरी गई रेत एवं मलमा बह जाएगा जिससे विद्यालय बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो सकता है जिस पर विशेष ध्यान देते हुए मरम्मत कार्य किया जाना चाहिए।

मरम्मत के लिए मिली राशि विभिन्न कार्यों में की गई खर्च

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार के द्वारा प्रदेश के विभिन्न प्राथमिक माध्यमिक हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल की मरम्मत के लिए नियमानुसार प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी राशि जारी की गई थी। जिसमें वारासिवनी विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा रामपायली विद्यालय को करीब 3 लाख रुपए की राशि मरम्मत के लिए स्वीकृत की गई थी परंतु विद्यालय के द्वारा इस राशि का खर्च भवन में दिखने वाली विभिन्न स्थानों पर आई छोटी-बड़ी दरारों के सुधार कार्य पर ना करते हुए अन्य कार्यों पर कर लिया गया। जिससे दरारे यथावत बनी हुई है और इसी का परिणाम है कि स्कूल के फाउंडेशन की दीवार गिरने से अंदर का मलवा बाहर आ गया। ऐसे में विद्यालय प्रशासन की कार्य प्राथमिकता पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।

पंच उमेश गजभिये ने पदमेंश से चर्चा में बताया कि कन्या शाला में बहुत समस्या है वहां पर एक बहुत बड़ा हाल है जिसके नीचे की दीवार गिर गई है। जिसके कारण परेशानी है बरसात का समय पास में आ रहा है भवन में बहुत दरारे आ गई है ऐसे में कोई भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। जहां पर पांच सौ से अधिक बच्चे आसपास के क्षेत्र से शिक्षा अध्ययन करने के लिए आते हैं। श्री गजभिये ने बताया कि इतना बड़ा हाल है और किसी प्रकार की दुर्घटना ना हो इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन के द्वारा जल्द मरम्मत कार्य किया जाना चाहिये। जिसके लिए विद्यालय से भी चर्चा नहीं की है परंतु देखे हैं हमने टूटा हुआ और दरारे भी बहुत है जिसकी मुख्य रूप से बाउंड्रीवाल जरूर बननी चाहिए।

ग्रामीण सोहेल खान ने बताया कि रामपायली में कन्या शाला अकेला हायर सेकेंडरी स्कूल है ऐसे में जो लोग बाहर नहीं जा पाते हैं वह ग्राम में शिक्षा अध्ययन करते हैं। यह ग्राम का बहुत बड़ा स्कूल है जिसका नाम भले कन्या शाला है परंतु यहां पर बालक और बालिका दोनों समान रूप से शिक्षा अध्ययन करते हैं। जिससे ग्राम के निर्धन परिवारों के बच्चे भी अच्छी शिक्षा अध्ययन कर पा रहे हैं। श्री खान ने बताया कि जिस प्रकार से भवन की वर्तमान में स्थिति बनी हुई है ऐसे में बैठने की समस्या होना वाजिब है। बड़ी संख्या में बच्चे शिक्षा अध्ययन करने आते हैं बोर्ड की परीक्षाएं भी यही होती है यदि ऐसा ही रहा तो पूरा विद्यालय गिरने में देर नहीं लगेगी। जबकि यह कुछ वर्षों पहले बना हुआ है जिसकी समय रहते मरम्मत की जानी चाहिए।

प्रभारी प्राचार्य श्रीमती मंजूषा ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में गर्मी की छुट्टी चल रही है इस दौरान ही कुछ दिनों पहले दीवार गिरने से विद्यालय पीछे की ओर से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसके लिए विकासखंड और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा गया है वही एसएमडीसी की बैठक भी होनी है जिसमें इस विषय पर ध्यान दिया जाएगा। श्रीमती ठाकुर ने बताया कि शासन से मरम्मत के लिए राशि पूर्व में प्राप्त हुई थी और जब राशि मिली थी तो सब सही था जिसमें टॉयलेट मरम्मत, विद्यालय में खिड़की दरवाजे, टपकने वाली छत की वाटर प्रूफिंग और पूरे विद्यालय की पुताई करवाई गई थी। बरसात के पहले मरम्मत कार्य किए जाने पर ध्यान दिया जा रहा है।

इनका कहना है

विकास खंड शिक्षा अधिकारी एवं बीआरसी को पत्र लिखकर उक्त समस्या पर ध्यानाकर्षण कराया गया है और विभाग के उपयंत्री के माध्यम से विद्यालय के क्षतिग्रस्त स्थान का सर्वे कर मेजरमेंट तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है। जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होती है तत्काल मरम्मत कार्य करवाने जाने का प्रयास किया जायेगा।

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