वारासिवनी खैरलांजी विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत डोंगरमाली में १९ नवंबर को रजेगांव चौकी की पुलिस सिविल ड्रेस में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक ११२ के निर्दलीय प्रत्याशी मनोज लिल्हारे के निवास पर उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची। जिनसे निर्दलीय प्रत्याशी मनोज लिल्हारे के द्वारा पूछताछ की गई जिस पर पुलिस ने किसी व्यक्ति के गांजे के साथ रजेगांव चौकी में पकड़ाने एवं उसके द्वारा मनोज लिल्हारे का नाम बोलने की बात कहते हुए अभद्रता की गई वहीं बिना किसी सर्च वारंट के पूरे मकान की जांच की गई। इस घटना की सूचना पूरे ग्राम में आग की तरफ फैल गई जिसके बाद ग्रामीण सहित निर्दलीय प्रत्याशी मनोज लिल्हारे के समर्थकों का उनके निवास पर जमघट लग गया। इस दौरान भीड़ को उग्र होता देख मनोज लिल्हारे के द्वारा हाथ जोडक़र सभी से शांत रहने और किसी प्रकार से भी पुलिस वाहन एवं पुलिस वालों को क्षति ना पहुंचने की अपील की जाती रही। इस दौरान वारासिवनी रामपायली खैरलांजी पुलिस बल बड़ी संख्या में ग्राम में मौजूद रहा। जिन्होंने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया वहंीं निर्दलीय प्रत्याशी मनोज लिल्हारे के द्वारा उक्त मामले में पंचायत का पंचनामा तैयार किया गया। वहीं रामपायली पुलिस को भी उनके थाना क्षेत्र में बिना सूचना के बाहर की पुलिस के घुसने का पंचनामा बनाने के लिए कहते हुए अपनी ओर से एक ज्ञापन रामपायली थाना प्रभारी सुनील बनोरिया को सौपा गया एवं इस मामले के संबंध में एसपी, कलेक्टर, जबलपुर कमिश्नर, भोपाल डीजीपी को ज्ञापन सौंपकर न्यायालय की शरण लेने के बात कही गई।
यह है मामला
बालाघाट जिले अंतर्गत रजेगांव चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक उमेश हरदे अपने पुलिस साथी नितिन बिसेन ,प्रदीप चित्रिव ,ड्राइवर प्रमोद कनोजे के साथ १९ नवंबर को थाना वारासिवनी अंतर्गत क्षेत्र में पहुंचे जहां उन्हें वार्ड नंबर एक के कालेज चौक से संजय जगने नाम के व्यक्ति को गांजे में सम्मिलित होने की संदेह पर पूछताछ करने के लिए गाड़ी में बिठाकर रजेगांव ले जा रहे हैं यह बताते हुए ग्राम पंचायत डोंगरमाली पहुंचे। जहाँ पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी ग्राम सरपंच मनोज लिल्हारे के निवास के सामने अपनी गाड़ी खड़ी कर उन्हें कहा कि रजेगांव चौकी में एक व्यक्ति गांजे के साथ पकड़ा है जो आपका नाम ले रहा है और गाड़ी में बैठा हुआ है। इसी के साथ मनोज लिल्हारे का हाथ पकड़ कर उसे खींचा और अभद्रता करते हुए पूरे घर की जांच की गई जिसका परिवार के द्वारा विरोध किया गया । जिन्हें घर में कुछ नहीं मिला। आरोपी साथ में गाड़ी में बैठा होना बताया तो मनोज लिल्हारे उस व्यक्ति के पास जाकर पूछा कि आप मुझे जानते हो पहचानते हो तो उक्त व्यक्ति ने उन्हें पहचान और जानने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद लोगों की भीड़ आक्रोशित हो गई और विवाद की स्थिति निर्मित हो गई तभी करीब देड घंटे बाद रामपायली वारासिवनी और खैरलांजी पुलिस बल मौके पर पहुंच जिन्होंने मामले की गंभीरता को जानते हुए उक्त संबंध में समस्त जानकारियां एकत्रित कर मामले को शांत करने का प्रयास किया गया। जिसमें मनोज लिल्हारे के द्वारा स्टांप पर पंचनामा तैयार किया गया वहीं पंचायत पंचनामा भी बनवाया गया एवं इस प्रकार की घटना को लेकर रामपायली थाना प्रभारी सुनील बनोरिया को ज्ञापन सौंपकर इस प्रकार की हरकत की पुर्नवृत्ति ना होने की अपील की गई। इसके बाद उक्त पुलिस वाहन को निर्दलीय प्रत्याशी मनोज लिल्हारे के द्वारा पुलिस की उपस्थिति में रवाना करवाया गया।
भीड़ को लगातार शांत करते रहे डोंगरमाली सरपंच मनोज लिल्हारे
उक्त विवाद सामने आने के बाद इसकी जानकारी ग्राम एवं क्षेत्र में आग की तरफ फैल गई। जिसमें मौके पर मनोज लिल्हारे के समर्थन एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गये। उक्त भीड़ लगातार आक्रोश व्यक्त कर रही थी जिसे देख मनोज लिल्हारे के द्वारा लगातार माहौल को शांत करते और लोगों से अपील करते रहे कि किसी भी पुलिस वाले को उनके वाहन को कोई क्षति ना पहुंचाये सभी शांति से खड़े रहे हम कानून के हिसाब से लड़ाई लड़ेंगे। यदि आप कोई भी कुछ करते हैं तो यह लोग मेरे ऊपर केस बनाकर जेल में डालकर मेरी हत्या कर सकते हैं इसलिए आप सभी से अपील है कि शांति बनाए रखें किसी प्रकार से किसी को छाती ना पहुंये। यह अपील लगातार मनोज लिल्हारे हाथ जोडक़र लोगों से करते रहे वहीं पुलिस वालों को भी सुरक्षित करने का कार्य किया।
मेरी हत्या का पुलिस विभाग का षड्यंत्र है
निर्दलीय प्रत्याशी मनोज लिल्हारे ने पद्मेश से चर्चा में कहां की मैं अभी क्षेत्र क्रमांक ११२ से चुनाव लड़ा अभी २ दिन पहले चुनाव समाप्त हुआ है और हर मंच से मैंने कहा है कि मुझे ५ साल यह जीने नहीं देंगे और वहीं हुआ जिसका डर था। मुझे कुछ समझ नहीं आया मेरे घर के सामने एक पुलिस गाड़ी आई और उन्होंने बोला कि रजेगांव चौकी में कोई व्यक्ति गांजे के साथ पकड़ा है ,उसने आपका नाम बताया है कहते हुए अभद्रता कर बिना वारंट के मेरा घर सर्च किया गया । चार व्यक्ति सिविल में थे स्वयं को पुलिस बता रहे थे। जो आरोपी बता रहे थे उससे मिलकर मैंने पूछा कि हमको जानते हो कहीं हमारी मुलाकात हुई है तो उसने साफ इनकार कर दिया कि मैं नहीं जानता और ना कभी आपसे मिला जब वह व्यक्ति मुझे जानता नही है ना मुझे पहचानता है। उसके बाद पुलिस वाले बात घुमाते हैं कि जो व्यक्ति गांजे के साथ पकड़ा है उसने वारासिवनी वाले इस संजय जगने का नाम बताया है । और मेरा नाम बताया जो कुल मिलाकर पुलिस विभाग का षड्यंत्र है। यह पुलिस वालों में उमेश हरदे ,नितिन बिसेन ,प्रदीप चित्रिव ,ड्राइवर प्रमोद कनोजे और आरोपी के रूप में संजय जगने साथ में थे।
मेरे उपर केश बनाकर जेल भेज कर जेल में हत्या करवाना चाहते हैं
श्री लिल्हारे ने बताया कि तीन पुलिस वाले एक ड्राइवर एक व्यक्ति को लेकर एनडीपीएस की रेट करने आए हैं जबकि यह एसडीओपी रैंक का व्यक्ति रेड मारता है। इन्हें पता होना चाहिए कि गांव में मंडई है माहौल खराब रहता है कोई अप्रिय घटना होती है तो क्या होगा । मैंने बहुत समझाया बड़ी घटना होती तो मेरे ऊपर यह केश बनाते षड्यंत्र के तहत पहले भी एक बार षड्यंत्र में मुझे फ साया है । मुझे मालूम है यह प्रशासन नहीं शासन मेरे खिलाफ है। मेरे चुनाव लडऩे से डर गए हैं परिणाम सहन करने की वह क्षमता रखें यह गंदे काम छोड़ो। ग्रामीण का व्यक्ति जब भी सामने आएगा तो उसका पैर काटने का यह लोग काम करेंगे यह पूरी तरह राजनीतिक षड्यंत्र है प्रशासन शासन की उंगली पर नाच रहा है। यह चाहते हैं कि यहां कुछ होता तो मनोज लिल्हारे पर केश बनाकर उसे जेल भेज कर जेल में हत्या करवाना चाहते हैं यह ५ साल मुझे जीने नहीं देंगे। शासन प्रशासन से मांग है कि मुझे सिक्योरिटी उपलब्ध करवाये वरना मेरी मौत के जिम्मेदार आप लोग होंगे। हमने रामपायली थाना प्रभारी को ज्ञापन दिया है और यह मामला जिसमें बिना किसी सूचना के सिविल में तीन पुलिस वाले बिना किसी सर्च वारंट के मेरे घर आए और जबरदस्ती की इसके लिए पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर जबलपुर कमिश्नर भोपाल में ज्ञापन देकर न्यायालय की शरण ली जाएगी।
रजेगांव की पुलिस ने मुझे उठाकर डोंगरमाली लाया है- संजय जगने
संजय जगने ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि वह वारासिवनी के वार्ड नंबर एक शंकर नगर में रहते हैं जो अपनी दुकान में था। तभी रजेगांव से पुलिस वाले लोग आए और जिन्होंने रजेगांव चलने के लिए कहा मुझे डोंगरमाली लेकर आए हैं। हम अंदर गाड़ी में ही थे बाहर माहौल बन गया रजेगांव के किसी व्यक्ति ने मेरा नाम लिया है ऐसा कहते हैं कोई खारा का सोरले नाम का व्यक्ति है। यहां पर पुलिस वाले बता रहे हैं कि मेरा और मनोज का नाम उसने लिया है मुझे पूछताछ के लिए लेकर जा रहे थे दुकान से इन्होंने उठाया था मैं बाहर काम करता हूं अभी दीपावली के लिए आया था।
चौकी प्रभारी के आदेश पर डोंगरमाली आए थे – उमेश हरदे
प्रधान आरक्षक उमेश हरदे ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि मैं रजेगांव चौकी में पदस्थ हूं हमने एक व्यक्ति को गांजे के साथ पकड़ा है। रजेगांव चौकी में उसने नाम बताया तो पूछने के लिए आए थे और बात कर रहे थे की खारा का एक व्यक्ति है उसका नाम पता नहीं है जिसमें मनोज लिल्हारे से गांजा लिया बता रहा है। इसमें मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है चौकी प्रभारी के आदेश पर हम आए थे घर में जाकर यही पूछे है कि इन्हें आप जानते पहचानते हैं या नहीं।