संत हिरदाराम नगर की एक सामाजिक संस्था गरीब श्रमिकों एवं बच्चों को जूते-चप्पल पहनाने का एक अनूठा कार्य कर रही है। यहसंस्था अब तक ढाई हजार से अधिक लोगों को जूते-चप्पल वितरित कर चुकी है। संस्था के सदस्य गरीबों को अपने हाथ से जूते पहनाते हैं, ताकि ग्रीष्म काल में उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े!
दिव्यजीवन संस्था की संस्थापक डॉ दिव्या भरथरे ने बताया कि क्लॉथ बॉक्स फाउंडेशन के सहयोग से गरीब व जरूरतमंद लोगों को चरण्ा-पादुका वितरण का अभियान चलाया जा रहा है। डॉ. दिव्या ने बताया कि इस अभियान के तहत भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, कोटा, भीलवाड़ा, विक्रमपुरा, श्यामपुरा (राजस्थान), चंपारण (बिहार) के पास स्थित छोटे-छोटे गांव मे रहने वाले जरूरतमंद बच्चों को जूते वितरित किए जा रहे हैं। भोपाल में नित्य सेवा संस्थान आश्रम, भौंरी, खजूरी, गिट्टीफोड़ा नेहरू नगर, बैरागढ़ आदि स्थानों पर भी जूते-चप्पल वितरित किए गए। 21 फरवरी से शुरू हुए इस अभियान में अब तक 2500 से ज्यादा बच्चों को जूते को पहनाए जा चुके हैं।
5 हज़ार बच्चों को जूते-चप्पल उपलब्ध कराने का लक्ष्य
दिव्यजीवन संस्था का लक्ष्य 5 हज़ार बच्चों को जूते, चप्पल पहनाना है। इस इस अभियान में संस्था से जुड़े कार्यकर्ता संस्कार सोनी, विक्रम प्रताप, सीमा भरतरे, मोहित, नीलेश जैन, आकाश, सूरज, पारुल, अंकित, निशा, रुपाली, रोहित, अमित, सोनू, तनुजा आदि लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। संस्था ने कोरोना संकट के समय भी काफी सेवा कार्य किए थे। संस्था विकलांगों को जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने का नेक कार्य भी लंबे समय से कर रही है।