नगर मुख्यालय के व्यस्तम हाईस्कूल मार्ग में अतिक्रमण होने से स्कूल, कालेज आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीण, राहगीर व दुकानदारों को आवागमन करने में बेहद परेशानी होती थी। साथ ही बार-बार जाम की स्थिति निर्मित होने से दुर्घटनाएं भी घटित होते रहती थी। उक्त समस्या से निजात दिलवाने एवं सडक़ का चौड़ीकरण के लिए एक वर्ष पूर्व प्रशासन के द्वारा हाई स्कूल मार्ग मेें अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही कर अवैध अतिक्रमण को हटाकर शासकीय भूमि को खाली किया गया था। जिसके पश्चात् पूर्व विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा शासन से करोड़ों रूपये की राशि स्वीकृत करवाकर टू वे सीसी सडक़ निर्माण कार्य की स्वीकृति दिलवाई गई थी। जिसके बाद निर्माण कंपनी के द्वारा करोड़ों रूपयों की लागत से बस स्टैण्ड के पीछे, विश्राम गृह के बाजू से लेकर हाई स्कूल (माँ सरस्वती ) मंच तक टू वे सीसी सडक़ का डिवाईडर सहित निर्माण कार्य करवाया गया है। जिससे शहर की सुंदरता बन सके और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके। लेकिन निर्माण कंपनी के ठेकेदार के द्वारा डिवाईडर एवं सडक़ का निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात् अन्य कार्य को अधुरा छोड़ दिया है। जबकि सडक़ निर्माण के साथ ही मार्ग की सुन्दरता को बढ़ाने के लिए डिवाईडर में लाइटिंग व पेड़-पौधे लगाये जाने थे परन्तु अब तक लाईटिंग की व्यवस्था नही की गई है, न ही पेड़ लगाया गया है । जिसके कारण रात्रि में मार्ग में अंधेरा रहता है। साथ ही रोड़ के दोनों साईड में चौपहिया वाहन सहित अन्य वाहनों के खड़े रहने एवं शाम के बाद अंधेरा रहने से आने-जाने वालों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है एवं दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है। इस तरह से हाई स्कूल मार्ग पर डिवाईडर व सडक़ तो बन गई है परन्तु प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था अब तक नही की गई है। जिसके कारण इस मार्ग में रात्रि में अंधेरा रहता है। वहीं संकेतक बोर्ड नही होने के कारण लोग इस टू वे सडक़ का सही तरीके से उपयोग भी नही कर पा रहे है और आवागमन करने वालों को किस साईड से कब आवागमन करना है जिसकी जानकारी के अभाव में वे दुर्घटना का शिकार हो रहे है। साथ ही हर समय दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी हुई है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस समस्या की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे लोगों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
नगर का सबसे व्यस्तम मार्ग है हाई स्कूल मार्ग
आपको बता दें कि नगर मुख्यालय से होकर गुजरी बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग, हाई स्कूल मार्ग लालबर्रा मुख्यालय का सबसे व्यस्तम मार्ग है। साथ ही रोड़ किनारे अतिक्रमण होने से लोगों को आने-जाने में खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और इस मार्ग पर शहर के सभी शासकीय कार्यालय, विद्यालय, महाविद्यालय, अस्पताल, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय सहित विभिन्न विभागों के कार्यालय होने के कारण इस मार्ग पर आवागमन का दबाव अधिक होता था और बड़ी संख्या में लोग इसी मार्ग से आवागमन करते थे एवं मार्ग सकरा होने के कारण आये दिन इस मार्ग पर ट्राफिक जाम एवं दुर्घटनाएं होते रहती थी। उक्त समस्या से निजात दिलवाकर लोगों को सुविधा उपलब्ध करवाने एवं सडक़ का चौड़ीकरण के लिए पिछले वर्ष प्रशासन के द्वारा विश्राम गृह के सामने से हाई स्कूल ग्राउण्ड तक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी। जिसके बाद करोड़ों रूपयों की लागत से २५० मीटर की टू वे सीसी सडक़, नाली, डिवाईडर का निर्माण करवाया गया है परन्तु उक्त कार्य निर्माण कंपनी के द्वारा अधुरा किया गया है। जबकि सडक़, नाली, डिवाईडर का निर्माण करने के साथ ही लाईटिंग, पौधे भी लगाया जाना था परन्तु निर्माण कंपनी के द्वारा मार्ग में न तो लाईटिंग की व्यवस्था की गई है, न ही संकेतक बोर्ड लगाये गये है और न ही डिवाईडर में रेडियम व पौधे लगाये गये है। जिससे इस मार्ग पर आये दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है और रात्रि में अंधेरा होने के कारण आवागमन करने वालों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और हर समय दुर्घटनाएं घटित होने की संभावना बनी हुई है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। जबकि इस मार्ग से जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि भी रोजाना आना-जाना करते है परन्तु उन्हे इस मार्ग पर हुए अधुरे कार्य दिखाई नही दे रहे है जिससे सभी में आक्रोश व्याप्त है। साथ ही मार्ग में जहां-तहां अव्यवस्थित तरीके से वाहनों के खड़े रहने से आवागमन करने वालों को परेशानी हो रही है एवं जगह-जगह कचरे का ढेर भी लगा हुआ है जिससे गंदगी फैल रही है।
लाईटिंग व पौधे लगने से शहर की सुन्दरता बढ़ेगी
लालबर्रा हाई स्कूल मार्ग का टू वे सडक़ का करोड़ों रूपयों की लागत से निर्माण किया गया है और इस सडक़ व नाली निर्माण के साथ ही रोड़ के बीच में डिवाईडर भी बनाया गया है और इस डिवाईडर में जगह-जगह पौधे लगाने के साथ ही लाइटिंग भी लगाना प्रस्तावित है परन्तु सडक़ निर्माण कार्य हुए करीब ३ से ४ माह बीत जाने के बाद भी अब तक डिवाईडर में पौधे व लाइंिटंग नही लगाई गई है, न ही संकेतक बोर्ड लगाया गया है। जिसके कारण करोड़ों रूपयों की लागत से बनी सीसी सडक़ का कार्य अधुरा सा लग रहा है। जबकि जिस समय टू वे सडक़ का निर्माण कार्य किया जा रहा था उस समय ऐसा लग रहा था कि सडक़ निर्माण के साथ ही रोड़ के बीच में बने डिवाईडर में पौधे लगाये जायेगें एवं लाइटिंग भी रहेगी जो रात्रि के समय जलेगा जिससे शहर की सुन्दरता बढेगी और मार्ग से आने-जाने वालों को सुविधा होगी परन्तु प्रशासन की लापरवाही के चलते निर्माण कंपनी के द्वारा आधा-अधुरा निर्माण कार्य करवाकर अधुरा छोड़ दिया गया है जिससे हाई स्कूल मार्ग की सुन्दरता पर ग्रहण लग रहा है। नगर के जागरूक नागरिकों ने शासन-प्रशासन से हाई स्कूल मार्ग में बनाये गये डिवाईडर में पौधे, लाईटिंग (प्रकाश की व्यवस्था) एवं संकेतक बोर्ड लगाने एवं रोड़ में अव्यवस्थित तरीके से खड़े होने वाले वाहनों पर कार्यवाही कर मार्ग को सुव्यवस्थित एवं सुन्दर बनाने की मांग की है।
दूरभाष पर चर्चा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंदरसिंह मंडलोई ने बताया कि आपके माध्यम से संज्ञान में आया है कि हाई स्कूल मार्ग का निर्माण किया गया है परन्तु उसमें पौधे, लाइटिंग (प्रकाश की व्यवस्था) नही होने एवं जहां-तहां वाहनों के खड़े होने से आवागमन में परेशानी हो रही है, स्थल का निरीक्षण कर निर्माण कंपनी को जल्द डिवाईडर में पौधे, लाइटिंग एवं संकेतक बोर्ड लगाने के निर्देश दिये जायेगें और जो लोग अव्यवस्थित तरीके से चौपहिया वाहन खड़े कर रहे है उन पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।