पाकिस्तान में सरकार को अब कोविड-19 की चौथी लहर की चिंता सता रही है। लेकिन इसके बावजूद सरकार ने अगले महीने से करतारपुर में सिखों के धर्मस्थल गुरुद्वारा दरबार साहिब को खोलने का फैसला किया है। फैसले के मुताबिक भारतीय श्रद्धालु करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब में जा सकेंगे। ये फैसला पाकिस्तान के ‘नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर’ (NCOC) ने लिया। दरअसल 22 सितंबर को सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव की पुण्यतिथि है। सिखों के लिए इस मौके पर दरबार साहिब में मत्था टेकने का बड़ा महत्व होता है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर के अनुसार, इसी को ध्यान में रखते हुए NCOC की बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करते हुए, अगले महीने से करतारपुर में सिख श्रद्धालुओं को जाने की अनमुति दी जाएगी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने भारत में डेल्टा वैरिएंट के प्रसार को देखते हुए उसे 22 मई से 12 अगस्त के बीच ‘सी’ श्रेणी में रखा गया था और भारत से आने वाले लोगों को विशेष मंजूरी की जरूरत थी। लेकिन अब टीके की दोनों खुराक का प्रमाणपत्र और पिछले 72 घंटों के भीतर हुई आरटी पीसीआर जांच की रिपोर्ट दिखाने पर भारतीयों को पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति दी गई है। इसके अलावा हवाई अड्डों पर रैपिड एंटीजेन जांच भी की जाएगी। अगर किसी में संक्रमण के लक्षण दिखे, तो उसे पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा दरबार साहिब में एक साथ अधिकतम 300 लोगों को ही एकत्रित होने की अनुमति है।










































